Sachin Tendulkar dismissed Moin Khan in Multan Test 2004: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने बल्ले की ताकत पूरी दुनिया को दिखाई है। टीम इंडिया के लिए उन्होंने काफी सारे मैचों में अहम योगदान दिया है। सचिन केवल बल्लेबाजी ही नहीं, अपनी गेंदबाजी का जौहर भी दुनिया को दिखा चुके हैं। भारत के लिए सचिन मुख्य रूप से गेंदबाज नहीं थे, लेकिन जरूरत पड़ने पर उन्होंने अपनी टीम को गेंदबाजी से भी विकेट दिलाई थी। एक समय ऐसा भी था जब सचिन तेज, धीमा और स्पिन गेंदबाजी करने के एक्सपर्ट हो चुके थे। जब भी कोई बड़ी साझेदारी तोड़नी होती थी तब कप्तान उनके हाथों में गेंद थमा देते थे। भारत के लिए वह एक अच्छा विकल्प बन चुके थे।
मास्टर बलास्टर सचिन ने वनडे में 154 और टेस्ट क्रिकेट में 46 विकेट झटके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने केवल 1 टी 20 मुकाबला खेला, जिसमें 1 बल्लेबाज को आउट किया है। कुल मिलाकर सचिन तेंदुलकर के नाम तीनों फॉर्मेटों को जोड़कर 201 विकेट है। टेस्ट क्रिकेट में उन्हें ज्यादा गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला था। सचिन का टेस्ट क्रिकेट में बेस्ट आंकड़ा 10 रन देकर 3 विकेट है।
टीम इंडिया के साथ सचिन तेंदुलकर एक बार 2004 में पाकिस्तान दौरे पर गए थे। मुल्तान में खेले गए टेस्ट मैच में वीरेंद्र सहवाग ने पाकिस्तानी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी थी। वीरू ने 309 रनों की विस्फोटक पारी खेली थी। यह किसी भी भारतीय द्वारा पहला तिहरा शतक था।
अपनी जुबान पर खरे उतरे सचिन तेंदुलकर
इस टेस्ट मैच से पहले सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तानी बल्लेबाज मोइन खान को चुनौती देते हुए कहा था कि "तुम्हारी विकेट तो मैं ही लूंगा", इस बात को मोईन खान ने सीरियस नहीं लिया। जिसका अंजाम उन्हें बाद में देखने को मिला।
दरअसल, टीम इंडिया ने पहली पारी को 675/6 पर घोषित किया था। जिसके बाद पहली पारी में बल्लेबाजी करने आई पाकिस्तानी टीम के 5 विकेट जल्दी गिर गए। अब्दुल रज्जाक और मोईन खान अपनी लड़ाई लड़ रहे थे। तीसरे दिन के खेल का आखिरी ओवर सचिन को फेंकने के लिए दिया गया। जानबूझकर उन्होंने 3 फील्डरों को पीछे कर दिया, ताकि आसानी से मोइन स्ट्राइक पर आ जाएं। ओवर की अंतिम गेंद पर घबराए हुए मोईन खान को सचिन ने गुगली डाली और वो चकमा खाकर क्लीन बोल्ड हो गए। सचिन साझेदारी तोड़ने में माहिर थे, जिसकी वजह से उनकी एक अलग पहचान बनी। मुल्तान टेस्ट को भारत ने पारी और 52 रनों से जीत लिया। यह मैच काफी यादगार रहा था।