क्रिकेट में ऑफ़ स्पिनरों का बोलबाला रहा है और यह आगे भी रहेगा। ऑफ़ स्पिनरों ने नाम भी कमाया है और क्रिकेट में कुछ नई चीजें भी लाए। दूसरा गेंद का परिचय ऑफ़ स्पिनरों ने ही कराया था। इसके अलावा भी ऑफ़ स्पिनर कुछ न कुछ प्रयोग करते रहते हैं लेकिन ऑफ़ स्पिनरों में एक बात आम दिखती है और वह है लम्बी बाजू की जर्सी। कुछ ऑफ़ स्पिनरों को छोड़कर ज्यादातर ऑफ़ स्पिनरों को लम्बी बाजू की जर्सी पहनकर गेंदबाजी करते हुए देखा जाता है।
हालांकि ऑफ़ स्पिनरों को लम्बी बाजू की जर्सी पहनकर खेलते हुए देखने के बाद भी कई बार हम इसे नजरंदाज करते हैं। कुछ लोगों के मन में सवाल भी पैदा होता है कि ज्यादातर ऑफ़ स्पिन गेंदबाज लम्बी बाजू की जर्सी क्यों पहनते हैं। यह एक जिज्ञासा वाला प्रश्न है जिसका उत्तर सभी को जानना चाहिए।
ऑफ़ स्पिनर लम्बी बाजू की जर्सी क्यों पहनते हैं?
आईसीसी का नियम है कि गेंदबाज की कोहनी 15 डिग्री से ज्यादा नहीं मुड़नी चाहिए। ऑफ़ स्पिनरों के साथ यह ज्यादा होता है। कई बार ऑफ़ स्पिनरों की कोहनी के कारण उनके गेंदबाजी एक्शन को सस्पेक्ट माना गया और उन्हें इसमें सुधार करने के बाद वापस आने को कहा गया। इस स्थिति से बचने के लिए ऑफ़ स्पिनरों ने लम्बी बाजू की जर्सी पहननी शुरू की ताकि अम्पायरों को कोहनी के कोण का पता नहीं लगे।
गेंदबाजी के समय स्क्वेयर लेग अम्पायर गेंदबाजी की कोहनी पर ध्यान रखता है। सस्पेक्ट एक्शन लगता है, तो वे उसे मैच के बाद चेक करके रिपोर्ट करते हैं। स्क्वेयर लेग अम्पायर की नजरों से बचने के लिए लम्बी बाजू की जर्सी पहनकर ऑफ़ स्पिनर मैदान पर उतरते हैं।
सुनील नारेन लम्बी स्लीव की जर्सी पहनते हैं, हाल ही में आईपीएल मैच के बाद उनके गेंदबाजी एक्शन को रिपोर्ट किया गया था। इससे पहले भी उनके एक्शन को संदिग्ध माना गया था। मुथैया मुरलीधरन के गेंदबाजी एक्शन को भी कई बार स्पेक्ट माना गया और उनकी गेंदबाजी को कई बार चक कहा गया।
हरभजन सिंह, सईद अजमल, योहान बोथा, सक़लैन मुश्ताक आदि गेंदबाजों को लम्बी बाजू की जर्सी के साथ गेंदबाजी करते हुए देखा गया। रविचन्द्रन अश्विन जैसे कुछ गेंदबाज ऐसे भी हैं जो हाफ स्लीव जर्सी पहनकर गेंदबाजी करते हैं।