अक्सर यह सवाल खड़ा होता है कि गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) सांसद होने के बाद भी क्यों क्रिकेटिंग फील्ड में कार्य करते हैं। अक्सर देखा जाता है कि गौतम गंभीर कमेंट्री करते हैं या आईपीएल में कोचिंग का काम करते हैं। इसको लेकर उन्होंने खुद एक बड़ा खुलासा किया है। गंभीर ने बताया है कि अपने संसदीय क्षेत्र में काम के लिए लगने वाले पैसे के लिए वह कमाते हैं और अपनी जेब से खर्च करते हैं।
गंभीर ने कहा कि मैं हर माह पांच हजार लोगों को खाना खिलाता हूँ। उसके लिए हर माह 25 लाख और सालाना 2 करोड़ 75 लाख रूपये का खर्चा आता है। इसके लिए उनको कमाना होता है। वह यह पैसा अपनी जेब से ही देते हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि मैंने लाइब्रेरी भी बनवाई है, जिसके ऊपर 25 लाख रूपये का खर्चा आया है।
गंभीर ने कहा कि इन कामों के लिए मैं पूरे पैसे अपनी जेब से देता हूँ। एमपी लैड फंड से ऐसा नहीं हो रहा है। इससे पांच हजार लोगों की जन रसोई नहीं चलती है और न ही मेरे घर में पेड़ है जहाँ पैसे लटकते हैं। काम करना पड़ता है इसलिए मैं उन लोगों को खाना खिला पाता हूँ। मुझे यह कहने में कोई शर्म नहीं है कि हां मैं कमेंट्री करता हूँ, हां मैं आईपीएल में काम करता हूँ क्योंकि उसके पीछे एक बहुत बड़ा मकसद है।
गौरतलब है कि गौतम गंभीर ने अपने संसदीय क्षेत्र में एक जन रसोई चलाई है जिसमें हर दिन एक रूपये में लोगों को खाना मिलता है। इसके अलावा उन्होंने लाइब्रेरी औ रअन्य कई काम भी कराए हैं। इस साल आईपीएल में वह लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए बतौर मेंटर कार्य कर रहे थे। लखनऊ की टीम ने प्लेऑफ़ तक का सफर तय किया था।