अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई बार टीमों को निकनेम से बुलाया जाता है। उनमें एक न्यूजीलैंड की टीम भी है। न्यूजीलैंड की टीम (New Zealand Team) को कीवी टीम कहा जाता है। उनके खिलाड़ियों को भी कीवी खिलाड़ी कहते हैं। उसी तरह ऑस्ट्रेलिया को भी कंगारू टीम कहते हैं। हालांकि न्यूजीलैंड को कीवी टीम क्यों कहते हैं, इसे कम ही लोग जानते होंगे।
न्यूजीलैंड को कीवी टीम कहने के पीछे भी एक कहानी है। इसे समझने की आवश्यकता है। 1900 की शुरुआत में न्यूजीलैंड के कार्टूनिस्टों ने न्यूजीलैंड को एक देश के रूप में प्रस्तुत करने के लिए कीवी पक्षी की तस्वीरों का उपयोग करना शुरू किया। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, न्यूजीलैंड के सैनिकों को 'कीवी' कहा जाता था, और यह उपनाम बन गया। आखिरकार कीवी शब्द का श्रेय सभी न्यूजीलैंडवासियों को दिया गया, जिन्होंने गर्व से इस नाम को अपनाया। यही कारण है कि अब न्यूजीलैंड की टीम को कीवी टीम कहा जाता है। उनके खिलाड़ी भी इस नाम से जाने जाते हैं। सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि अन्य खेलों की टीमों को भी कीवी टीम कहा जाता है।
कीवी पक्षी न्यूजीलैंड का राष्ट्रीय प्रतीक है। यह ऐसा पक्षी है जो उड़ान नहीं भरता है। कीवी पक्षी के कारण न्यूजीलैंड को कीवीलैंड भी कहा गया। अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में न्यूजीलैंड को कीवी टीम के नाम से जाना जाता है।
इसी तरह ऑस्ट्रेलिया के जानवर कंगारू को भी प्रतीक के रूप में जाना जाता है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया की टीम को कंगारू टीम कहा जाता है। उनके खिलाड़ियों को भी कंगारू खिलाड़ी के नाम से जाना जाता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर न्यूजीलैंड के हर एक नागरिक को कीवी माना जाता है। खेलों में उनकी टीमों को कीवी टीम के नाम से जानते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आर्टिकल और कमेंट्री में कीवी शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।