विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में भारत ने 2008 और उन्मुक्त चंद (Unmukt Chand) की कप्तानी में 2012 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था। विराट आज दुनिया के टॉप बल्लेबाजों में शामिल हैं। वहीं, उन्मुक्त चंद भारत के लिए डेब्यू भी नहीं कर पाए। भारत के पूर्व क्रिकेटर निखिल चोपड़ा का मानना है कि विराट कोहली अंडर-19 (U-19 cricket) लेवल के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इसलिए सफल हुए, क्योंकि उन्होंने घरेलू क्रिकेट में काफी रन बनाए थे। लेकिन उन्मुक्त चंद ऐसा नहीं कर सके।
निखिल चोपड़ा ने एक यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा,
अंडर-19 से रणजी ट्रॉफी में जाना बहुत महत्वपूर्ण है। एक लड़के से, आप पुरुषों की लीग में शामिल हो रहे हैं। आपका अंडर-19 चरण समाप्त हो गया है और अब आपको रणजी ट्रॉफी स्तर पर उस प्रदर्शन का को दोहराना होता है।
विराट कोहली अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने के बाद दिल्ली के लिए खेले। उन्होंने वहां भी काफी रन बनाए। शुरुआत में मौका मिलने के बाद उन्हें भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था लेकिन घरेलू क्रिकेट में रन बनाने के बाद उन्हें फिर से चुना गया। इसके विपरीत, उन्मुक्त चंद अंडर-19 से घरेलू क्रिकेट में अपनी सफलता को नहीं दोहरा सके। वह एक असाधारण प्रतिभा थे लेकिन अपनी क्षमता का पूरा फायदा नहीं उठा सके। भारत के लिए चुने जाने के लिए आपको यह साबित करना होगा कि आप बाकियों से ऊपर हैं।
अमेरिका में क्रिकेट खेल रहे उन्मुक्त
विराट कोहली इस समय तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम के प्रमुख बल्लेबाज हैं। उन्होंने हाल ही में कप्तानी छोड़ी। उनके नाम इंटनेशनल मैच में 20 हजार से ज्यादा रन हैं। उन्मुक्त चंद को लगातार फेल होने के बाद दिल्ली की टीम से बाहर कर दिया गया। फिर वे उत्तराखंड के लिए भी खेले। इसके बाद भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेकर उन्होंने अमेरिका का रुख कर लिया है। उन्हें हाल ही में समाप्त ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग में खेलने का मौका मिला था।