दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने उस उम्र में भारतीय टीम में वापसी की है, जिस उम्र में अधिकतर खिलाड़ी संन्यास ले चुके हैं होते हैं या विचार कर रहे होते हैं। अनुभवी बल्लेबाज ने अपने गेम में जबरदस्त बदलाव किया और उसी के दम पर वापसी करने में कामयाब रहे। हालाँकि, कार्तिक ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी पावर हिटिंग में पहले ज्यादा कड़ी मेहनत नहीं की, जो उन्हें करनी चाहिए थी।
37 वर्षीय खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहा है। हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज के पहले मैच में उन्होंने 19 गेंदों में नाबाद 41 रनों की पारी खेली थी और प्लेयर ऑफ़ द मैच भी बने थे।
लौडरहिल में चौथे टी20 से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कार्तिक से उनके खेल के एक पहलू के बारे में पूछा गया था कि काश उन्होंने पहले काम किया होता। इसके जवाब में उन्होंने कहा,
पावर हिटिंग। यह ऐसी चीज है जिस पर मैंने काफी काम किया है। काश मैंने अपने करियर में थोड़ा पहले ऐसा किया होता। लेकिन, फिलहाल यह अच्छा चल रहा है।
कार्तिक ने खुद को मिले समर्थन पर जताई ख़ुशी
दिनेश कार्तिक ने पहले भी कहा है कि मौजूदा टीम मैनेजमेंट उनके लिए काफी समर्थन देने वाला रहा है और यहां उनसे सफल और असफल होने पर एक ही जैसा व्यवहार किया जाता है।
एक बार फिर अनुभवी बल्लेबाज ने स्वीकार किया कि मौजूदा लीडरशिप ग्रुप और सहयोगी स्टाफ के समर्थन ने उनकी वापसी में मदद की है। उन्होंने कहा,
बेहद खुश (समर्थन के साथ)। मैंने जीवन भर यही लक्ष्य रखा है। और कप्तान और कोच के लिए मुझ पर इतना विश्वास दिखाने के लिए, यह उचित है कि मैं अच्छा प्रदर्शन करके विश्वास को सही साबित करूं, जिससे टीम को कई तरह से मदद मिलेगी।