भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच पांच मैचों की सीरीज (WI vs IND) का आखिरी मैच 7 अगस्त को फ्लोरिडा में खेला गया। इस मुकाबले के साथ ही वेस्टइंडीज दौरे की समाप्ति हुई। अंतिम मुकाबले में भारत ने 88 रनों से हराते हुए सीरीज 4-1 से अपने नाम की। इस मुकाबले से पहले ही भारत ने सीरीज अपने नाम कर ली थी, इसी वजह से नियमित कप्तान रोहित शर्मा ने खुद को ब्रेक दिया और कप्तानी की जिम्मेदारी टीम के उपकप्तान हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को मिली। हार्दिक पहले भी भारत की दूसरे दर्जे वाली टीम की अगुवाई कर चुके थे।
टॉस जीतकर भारत ने पहले बल्लेबाजी चुनी और सात विकेट खोकर 188 का स्कोर खड़ा किया। श्रेयस अय्यर ने ओपन करते हुए सर्वाधिक 64 रन बनाये। वहीं दीपक हूडा ने 25 गेंदों में 38 और हार्दिक पांड्या ने 16 गेंदों में 28 रन की तेज पारियां खेली। जवाब में वेस्टइंडीज की टीम के बल्लेबाज भारतीय स्पिनर्स के सामने जूझते नजर आये और पूरी टीम महज 100 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई। वेस्टइंडीज के सभी विकेट भारतीय स्पिनर्स ने चटकाए।
भारत की कप्तानी का मौका मिलने के सवाल पर हार्दिक पांड्या की प्रतिक्रिया
पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में हार्दिक पांड्या ने कहा,
अपने देश का नेतृत्व करने का अवसर मिलना एक बहुत ही खास एहसास है। बेशक मेरे लिए मैच जीतना बहुत मायने रखता है। कप्तान रोहित ने इस मैच से पहले सब कुछ अच्छा किया, इसलिए मैंने सुनिश्चित किया कि हम अच्छा काम जारी रख सकें।
कप्तानी करने के सवाल पर हार्दिक ने जवाब देते हुए कहा,
क्यों नहीं? अगर मुझे मौका मिलता है, तो मुझे यह करने में बहुत खुशी होगी। लेकिन अभी के लिए, वर्ल्ड कप आ रहा है, यह एक टीम के रूप में बेहतर होने के बारे में है। हमारे पास जिस तरह के खिलाड़ी हैं और हमें जो आजादी मिल रही है, यह एक नया भारत है। मैं खिलाड़ियों को आजादी से खेलते हुए देखता हूं और असफलता की चिंता नहीं करता। और जब आप ऐसा करते हैं, तो आप कुछ खास करते हैं।