वेस्टइंडीज के कप्तान निकोलस पूरन (Nicholas Pooran) ने हालिया समय में अपनी टीम की डेथ ओवर्स में गेंदबाजी की समस्या का जिक्र किया। भारत के खिलाफ 29 जुलाई को त्रिनिदाद में खेले गए पांच मैचों की सीरीज (WI vs IND) के पहले टी20 मुकाबले में विंडीज के गेंदबाजों ने अंतिम चार ओवरों में 52 रन खर्च कर दिए थे और एक भी सफलता हासिल नहीं की थी।
वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने पारी के 16 ओवरों तक भारतीय बल्लेबाजों को आसानी से रन नहीं बनाने दिए थे लेकिन अंतिम के चार ओवरों में दिनेश कार्तिक ने आसानी से रन बटोरे। कार्तिक ने 19 गेंदों में 41 रनों की पारी खेली और भारत को 190 के स्कोर तक पहुंचाया। बड़े स्कोर का पीछा करते हुए कैरेबियाई टीम शुरू से ही संघर्ष करती नजर आई और पूरे ओवर खेलते हुए महज 122/8 का ही स्कोर बना पाई।
दूसरे टी20 मुकाबले से पूर्व अपनी टीम के डेथ ओवर्स में गेंदबाजी की समस्या को लेकर बात करते हुए पूरन ने कहा,
यह कुछ ऐसा है जिसे हम लंबे समय से ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं और टीमें हमें आखिरी में चोट पहुँचाती रहती हैं। एक समूह के रूप में, हम इसे समझते हैं और हम अंतिम ओवरों के समय बेहतर होने के विभिन्न तरीकों के साथ आने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
एक ग्रुप के रूप में हम जानते हैं कि हमें अंतिम ओवरों में अच्छी गेंदबाजी करने की जरूरत है - निकोलस पूरन
वेस्टइंडीज के लिए एकसमय आंद्रे रसेल और ड्वेन ब्रावो जैसे दिग्गज अंत के ओवरों में गेंदबाजी का जिम्मा संभालते हैं लेकिन अब टीम के पास इन दोनों का कोई विकल्प मौजूद नहीं है। पहले मैच में जेसन होल्डर और ओबेद मैकॉय को जिम्मेदारी मिली थी लेकिन दोनों काफी महंगे साबित हुए थे। टीम के पास कीमो पॉल और डोमोनिक ड्रैक्स भी हैं।
यह दावा करते हुए कि टीम स्लॉग ओवरों में कॉम्बिनेशन और दृष्टिकोण के साथ प्रयोग करना चाहेगी, पूरन ने कहा,
हम जानते हैं कि एक समूह के रूप में हमें अंतिम ओवरों के दौरान बेहतर गेंदबाजी करने की जरूरत है, लेकिन हमारे यहां कुछ गेम हैं और हम प्रयोग कर सकते हैं कि हम किसके साथ अंत में कोशिश करने जा रहे हैं और हम क्या करने की कोशिश कर रहे हैं।