भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ashwin) ने WTC फाइनल के प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिलने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद रविचंद्रन अश्विन ने ये बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वो मानसिक रूप से खेलने के लिए पूरी तरह तैयार थे और जब एक क्रिकेटर के तौर पर आपको बाहर बैठा दिया जाता है तो वो काफी मुश्किल होता है।
रविचंद्रन अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ डोमिनिका टेस्ट मैच के पहले दिन घातक गेंदबाजी की और 5 विकेट अपने नाम किए। वेस्टइंडीज ने कैरेबियाई टीम के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पांचवीं बार पांच विकेट लेने का कारनामा किया। इसके साथ ही वो दिग्गज गेंदबाजों की लिस्ट में शामिल हो गए। अब अश्विन के इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल मिलाकर 700 विकेट हो गए हैं और ये कारनामा करने वाले वो दुनिया के 16वें गेंदबाज बन गए हैं, जबकि भारत की तरफ से ये रिकॉर्ड बनाने वाले वो सिर्फ तीसरे गेंदबाज हैं।'
मैं दोनों तरह की परिस्थितियों के लिए तैयार था - अश्विन
अश्विन के इस शानदार परफॉर्मेंस के बाद अब एक बार फिर से वही सवाल उभरकर सामने आ गया है कि उन्हें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्यों नहीं खिलाया गया था। अश्विन ने खुद इसको लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा,
मैंने इस बारे में बात की है। एक क्रिकेटर के तौर पर ये काफी मुश्किल होता है जब आपको वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल जैसे बड़े मैच से बाहर बैठा दिया जाए। जब हम WTC फाइनल के लिए इंग्लैंड गए थे तो मैं पूरी तरह से खेलने के लिए तैयार था। मैं मानसिक और शारीरिक रूप से इस मैच में खेलने के लिए रेडी था और सबकुछ प्लानिंग भी कर ली थी। हालांकि खेलने का मौका ना मिलने के लिए भी मैं तैयार था।