एमएस धोनी के नेतृत्व की कमी खलेगी : जसप्रीत बुमराह

महेंद्र सिंह धोनी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में क्रिकेट फैंस को बुधवार की रात भारतीय टीम की कप्तानी छोड़कर हैरान कर दिया। करीब एक दशक तक भारतीय टीम की कमान संभालने वाले धोनी के अचानक इस फैसले से विश्व के क्रिकेट फैंस स्तब्ध है। भारतीय टीम के युवा तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा कि उन्हें एमएस धोनी की कप्तानी में नहीं खेलने की कमी खलेगी। याद हो कि बुमराह ने पिछले वर्ष धोनी की ही कप्तानी में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। बुमराह ने क्रिकेटनेक्स्ट को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, 'धोनी ने मुझे अपने आप को अभिव्यक्त करने का मौका दिया। उनके नेतृत्व में खेलना मेरे लिए सम्मान की बात है। और हां कप्तान के रूप में उनकी कमी जरुर खलेगी।' धोनी के कप्तानी छोड़ने से उनकी जगह भरना आसान नहीं होगा। भले ही वह चयन के लिए उपलब्ध हो, लेकिन उन्हें स्टंप्स के पीछे से पूरी टीम को नियंत्रित नहीं करते देखने की कल्पना करना मुश्किल है। उन्होंने पिछले एक दशक में बहुत ही शांत और चतुराई से टीम का नेतृत्व किया है। बुमराह उन क्रिकेटरों में से एक हैं, जिन्होंने धोनी की कप्तानी में अपने करियर का आगाज किया और भारतीय टीम में अपनी जगह स्थापित की। धोनी युवाओं के लिए पिता की तरह रहे हैं, जिन्होंने उन्हें अपना नैसर्गिक खेल खेलने की इजाजत दी। धोनी ने किसी खिलाड़ी की तकनीक में ज्यादा बदलाव नहीं लाने दिया। बुमराह ने कैप्टन कूल की तारीफ में आगे कहा, 'माही भाई के नेतृत्व में खेलने में हमेशा मजा आता है। उन्होंने मुझमें काफी विश्वास जगाया। उन्होंने हमेशा मुझ पर भरोसा किया। यह ऐसी चीज है, जिसे मैं कभी नहीं भूलूंगा। इसलिए धोनी को कैप्टन कूल कहा जाता है।' विराट की कप्तानी के बारे में बुमराह ने कहा, 'मैंने कभी भी विराट की कप्तानी में नहीं खेला है, इसलिए अभी कोई टिपण्णी नहीं कर सकता। मगर मुझे उम्मीद है कि विराट की कप्तानी में मेरा अनुभव शानदार होगा।' बता दें कि बुमराह ने पिछले वर्ष जनवरी में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एमएस धोनी की कप्तानी में डेब्यू किया था। उन्होंने वर्ष का शानदार अंत किया। वह वर्ष के विश्व के सबसे सफल टी20 गेंदबाज बने। बुमराह ने 21 मैचों में 28 विकेट चटकाए।