सचिन तेंदुलकर भारतीय क्रिकेट के ही नहीं अपितु अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के भगवान माने जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने क्रिकेट में ऐसे कारनामे कर दिखाये, जिसके बारे में दूसरे क्रिकेटर सिर्फ सोच सकते हैं। सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ा रिकॉर्ड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 100 शतक लगाने का माना जाता है। विराट कोहली की पिछले कुछ क्रिकेट मैचों में फॉर्म को देखते हुए यह माना जा रहा है कि वे सचिन तेंदुलकर के इस रिकॉर्ड को आसानी से तोड़ देंगे। इस बात में कितनी सच्चाई है, चलिए जान लेते हैं।
सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 200 टेस्ट मुकाबले और 463 एकदिवसीय मुकाबले खेले हैं। इसमें से 200 टेस्ट मुकाबलों की 329 इनिंग में बल्लेबाजी करते हुए सचिन ने 51 शतक जड़े। जबकि 463 एकदिवसीय मुकाबलों की 452 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए सचिन ने 49 शतक लगाए। कुल मिलाकर 781 पारियों में सचिन तेंदुलकर ने 100 पारियों में शतक लगाकर शतकों का महाशतक पूरा किया। अर्थात सचिन तेंदुलकर औसतन अपनी हर आठवी पारी में एक शतक लगाते थे।
विराट कोहली ने भी अभी तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 73 टेस्ट मुकाबले और 216 एकदिवसीय मुकाबले खेले हैं। 72 टेस्ट मुकाबलों की 124 पारियों में विराट कोहली ने 24 शतक जड़े। जबकि 216 एकदिवसीय मुकाबलों की 208 पारियों में उन्होंने 38 शतक लगाए। कुल मिलाकर 332 पारियों में से 62 पारियों में विराट कोहली ने शतक लगाए हैं। कोहली औसतन हर छठी पारी में 1 शतक जड़ते हैं। अब क्योंकि सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और विराट कोहली ने अभी तक सचिन तेंदुलकर द्वारा खेली गई कुल पारियों की आधी बराबर पारी भी नहीं खेली है। ऐसे में आंकड़ों की मानी जाए तो विराट कोहली सचिन तेंदुलकर की तुलना में कम पारी खेलते हुए बहुत जल्दी ही उनके रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे या फिर यह रिकॉर्ड तोड़ देंगे।
भारतीय टीम के खेले गए पिछले कुछ अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में विराट कोहली ने लगातार शतक लगाए गए और यदि विराट कोहली की फिटनेस इसी तरह अच्छी रही तो वह दिन दूर नहीं जब हमें एक बार फिर शतकों का महाशतक देखने को मिलेगा।