भारत दौरे पर किसी भी खिलाड़ी के लिए टेस्ट प्रारूप में अच्छा करना काफी मुश्किल होता होता है लेकिन कीवी बल्लेबाज विल यंग (Will Young) ने पहले ही दौरे (IND vs NZ) पर कमाल की बल्लेबाजी की। भारतीय सरजमीं पर अपनी पहली ही पारी में इस युवा खिलाड़ी ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 89 रन बनाये। यंग ने अपने जोड़ीदार टॉम लैथम के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 151 रन की साझेदारी की और कीवी टीम को जबरदस्त शुरुआत दिलाई। यंग ने भारतीय स्पिनर्स का बखूबी सामना किया और इसका श्रेय उन्होंने कोच गैरी स्टीड को दिया।
विल यंग ने कहा कि कोच गैरी स्टीड के साथ उन्होंने शुरुआत काम किया था और इसी वजह से उन्हें स्पिन गेंदबाजों के सामने खेलने में मदद मिली।
कानपुर टेस्ट के तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में यंग ने कहा,
आज से तीन-चार साल पहले की बात है। वह वापस आए थे और मैं भारत में बल्लेबाजी और स्पिन खेलने की कला के बारे में जानने के लिए साथी क्रिकेटरों के एक ग्रुप की मदद ली।
उन्होंने स्टीड के साथ कुछ अभ्यासों का खुलासा किया जिससे उन्हें स्पिन के खिलाफ अपने खेल को बेहतर बनाने में मदद मिली। यंग ने इस बारे में कहा,
एक समय, गैरी और मैं लगभग दो सप्ताह तक ट्रेनिंग कर रहे थे और अभ्यास में एक ड्रिल बिना फ्रंट पैड के स्वीप करना था।
यंग ने आगे बताया कि किस तरह उन्हें ड्रिल की मदद से स्वीप शॉट खेलने में मदद मिली। उन्होंने बताया,
यह गेंदों को स्वीप करने के बारे में था अन्यथा आपको चोट लग जाएगी.तो गैरी ने मुझे एक बात सिखाई और हां मैं अभी भी स्वीप शॉट पर कार्य कर रहा।
विल यंग ने टॉम लैथम के साथ अपनी ओपनिंग साझेदारी को लेकर प्रतिक्रिया दी
भारतीय टीम के 345 रन के जवाब में कीवी टीम के लिए विल यंग और टॉम लैथम की जोड़ी ने शतकीय साझेदारी निभाई। इस तरह यह दोनों पिछले पांच साल में भारत के खिलाफ 100 या उससे अधिक की साझेदारी करने वाले ओपनिंग बल्लेबाजों की पहली जोड़ी बन गए। लैथम के साथ खेलने को लेकर यंग ने कहा,
टॉम एक अच्छे शख्स है, इन परिस्थितियों में बहुत सफल है। मुझे उनके साथ क्लब क्रिकेट में बल्लेबाजी करने का आनंद मिला। वह कमाल था। हमने विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की कि कहां स्कोर करना है और कैसे स्कोर करना है। वास्तव में उस माइलस्टोन को प्राप्त करना अच्छा था। उम्मीद है कि हम इसे दोहरा सकते हैं।