महिला प्रीमियर लीग (Women's Premier League) के 2024 सीजन के लिए 9 दिसंबर को मुंबई में नीलामी संपन्न हुई। 165 खिलाड़ियों में से 30 महिला क्रिकेटरों को फ्रेंचाइजी ने खरीदा। डब्ल्यूपीएल (WPL) की शुरुआत 2023 में हुई और सफल सीजन के बाद इसके दूसरे संस्करण को आयोजित कराने का फैसला किया गया। हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) के नेतृत्व वाली मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने पहले एडिशन का खिताब अपने नाम किया था।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भारत में महिला क्रिकेट के उदय की तारीफ की है। नीलामी प्रक्रिया के बाद गांगुली ने महिला प्रीमियर लीग के स्थापित होने, हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना जैसी शानदार प्रतिभाओं और वैश्विक मंच पर टीम के शानदार प्रदर्शन की ओर ध्यान दिलाया।
गांगुली ने साथ ही सलाह दी कि महिला क्रिकेट ने 2019 से पुरुष टीम की तुलना में ज्यादा प्रगति की है। सौरव गांगुली ने जियो सिनेमा पर कहा, 'भारत में महिला क्रिकेट ने 2019 से जितनी उन्नति की है, वो पुरुष टीम से संभवत: ज्यादा है। पुरुष टीम हमेशा अच्छा खेलती रही है। मगर महिला टीम कहां से आई और कहां पहुंची। एशिया कप में जीत दर्ज करने के बाद उन्होंने जिस तरह वर्ल्ड कप में प्रदर्शन किया। इसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन किया।'
भारतीय महिला क्रिकेट टीम का एशिया कप में शानदार प्रदर्शन रहा है। भारत ने कई बार टूर्नामेंट जीता है। भारत ने पहली बार 2004 में एशिया कप खिताब जीता। इसके बाद उसने अपनी विजयी लय जारी रखते हुए 2005, 2006, 2008, 2012 और 2016 में खिताब जीते। हालांकि, 2018 में बांग्लादेश ने खिताब जीतकर चौंकाया और भारत को रनर्स-अप बनकर संतोष करना पड़ा। भारतीय टीम ने 2022 में दमदार वापसी करते हुए सातवीं बार खिताब अपने नाम किया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में इतिहास रचा। हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व में भारत ने सिल्वर मेडल जीता। 2018 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने वनडे वर्ल्ड कप में कमाल का प्रदर्शन किया और रनर्स-अप रही। वहीं, 2020 में टी20 वर्ल्ड कप फाइनल तक भारत ने सफर तय किया था। यह उपलब्धियां दिखाती हैं कि टीम ने सालों में निरंतर बेहतर प्रदर्शन किया और प्रगति दिखाईं।
गांगुली ने व्यक्तिगत खिलाड़ियों के प्रदर्शन की तारीफ की और बताया कि हरमनप्रीत, स्मृति, रिचा, जेमिमा व शैफाली का विकास कैसे हुआ। उन्होंने रेणुका सिंह ठाकुर की भी तारीफ की, जिन्होंने झूलन गोस्वामी के संन्यास के बाद तेज गेंदबाजी आक्रमण की बागडोर संभाली।