इस बात को तो हमें स्वीकार करना ही होगा कि पिछले कुछ समय से यदि भारतीय टीम को किसी खिलाड़ी की कमी सबसे ज्यादा खली है तो वो है युवराज सिंह। इसकी एक प्रमुख वजह भारतीय टीम का नंबर 4 पर एक अच्छा खिलाड़ी पाने का संघर्ष भी है। युवराज सिंह को कुछ खराब पारियों के बाद उनके खराब फॉर्म को देखते हुए उन्हें टीम से बाहर किया गया था और आज तक टीम इंडिया को उनकी कमी खल रही है।
आज भी वैसे प्रशंसक हैं जिन्हें लगता है कि युवराज सिंह के वापसी की उम्मीद मुश्किल तो है परन्तु नामुमकिन नहीं।
37 वर्षीय इस खिलाड़ी ने आखिरी बार जून 2017 में एक अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था। तब से, उन्होंने घरेलू सर्किट में भी कुछ विशेष प्रदर्शन नही किया है। इससे भी बुरी बात यह है कि वह आईपीएल 2019 की नीलामी के पहले दौर में बिके ही नही थे, और वह किसी तरह मुंबई इंडियंस की मजबूत टीम में अंतिम चरण में जगह पाने में कामयाब हो पाए।
यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि चयनकर्ता आज युवराज के बारे में बात नहीं कर रहे हैं और टीम प्रबंधन भी उन्हें अपने प्लान में ले कर नहीं चल रहा है। फिर भी, हमारे दिलों में कहीं न कहीं एक चमत्कार की उम्मीद तो होगी ही कि यह तेजतर्रार बाएं हाथ का बल्लेबाज़ एक बार फिर से भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करें और एक बार और उनके करियर के अंत से पहले हमें वर्ल्ड कप के मंच पर एक बार फिर से उनके तेवर देखने को मिलें।
लेकिन यहां सवाल यही है कि क्या उसकी संभावना है? सच कहें तो लगभग असंभव।
ऐसे में जब वर्ल्ड कप के लिए टीम की घोषणा के लिए बस कुछ ही दिन शेष हैं, यह वर्ल्ड कप 2011 के इस विजेता के लिए टीम में जगह की संभावना बहुत कम है।
हालांकि, जीवन में कभी भी कुछ भी अप्रत्याशित हो सकता है और चमत्कार भी होते हैं। तो आइए ऐसे में उन दो परिदृश्यों पर ध्यान दें, जहां हम सब के चहेते युवराज के भारतीय टीम में वापसी का एक बाहरी मौका हो सकता है।
# 1 आईपीएल में शानदार प्रदर्शन
यह तो तय हैं कि यदि युवराज को अपने चयन के लिए दरवाजे खोलने हैं तो सबसे पहले आईपीएल 2019 न सिर्फ अच्छा प्रदर्शन बल्कि कुछ असाधारण प्रदर्शन करना होगा, कुछ वैसा ही जैसा भारतीय टीम के पिछले वर्ल्ड कप खिताब जीतने के दौरान उन्होंने करके दिखाया था। उन्हें फिर से 18 साल के युवा के तरह जोश के साथ खेलने की जरूरत है, और अपनी शानदार बल्लेबाजी से विरोधियों को ध्वस्त करना होगा, और यह सिर्फ एक या दो मैच में नही बल्कि लगभग हर मैच में।
अगर आईपीएल में उनकी टीम मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज़ी क्रम पर नज़र डालें तो ऐसा प्रतीत होता है कि युवराज मध्य क्रम में खेलेंगे, और एक तरह से देखा जाए तो टीम इंडिया के चल रहे मध्य क्रम के संघर्ष को देखते हुए यह उनके लिए अपनी दावेदारी पेश करने का शानदार मौका भी बन सकता है।
# 2 कुछ खिलाड़ियों का चोटिल होना
अगर युवराज आईपीएल में असाधारण क्रिकेट खेलते हैं, तो भी उन्हें अंबाती रायडू, केएल राहुल, विजय शंकर और केदार जाधव जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को जगह पाने के लिए दौड़ में पछाड़ना होगा। हालांकि, उनमें से एक या कुछ के चोटिल होने की स्थिति में युवराज के लिए वापसी के दरवाजे खुल सकते हैं।
युवराज के अंतर्राष्ट्रीय अनुभव (304 एकदिवसीय) और उनके अच्छे आईपीएल फॉर्म (यह मानते हुए कि वह अच्छा खेलते हैं) को देखते हुए, वह निश्चित रूप से इस स्थिति में एक अच्छे विकल्प के तौर पर जगह बनाने में सफल हो सकते हैं और संभव है उन्हें अंतिम एकादश में भी जगह मिल जाए।
अब इन सभी संभावनाओं और असंभावनाओं के बीच जो होगा वह तो आने वाले दिनों में पता चल जाएगा लेकिन इसमें शायद ही किसी को कोई संदेह होगा कि युवराज सिंह क्रिकेट को खेलने वाले बेहतरीन भारतीय खिलाड़ियों में से एक रहे हैं और भारतीय क्रिकेट के लिए उनका योगदान कभी भी नही भुलाया जा सकता और निश्चित रूप से वह भारतीय क्रिकेट के अनमोल रत्नों में से एक हैं।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।