15 अप्रैल को आगामी विश्व कप 2019 के लिए टीम इंडिया के 15 सदस्यीय दल की घोषणा कर दी गई। उस दल में कुछ खिलाड़ियों का चयन नहीं होना कई लोगों को हैरानी में डाल रहा है। 30 मई से शुरू होने वाले विश्व कप के लिए टीम इंडिया प्रबल दावेदार है। टीम इंडिया के पास इस समय बहुत अच्छा मौका है की वो 2011 में जिस तरह से चैंपियन बनी थी उसी सफलता को फिर से इस विश्व कप में दोहराए। हालांकि टीम के खिलाड़ियों को इस बात का ख्याल रखना होगा की इस बार विश्व कप भारत नहीं बल्कि इंग्लैंड और वेल्स की धरती पर खेला जाने वाला है इसलिए उनके अलावा मेजबान इंग्लैंड की टीम भी खिताब जीतने की प्रबल दावेदार है।
अगर देखा जाए तो चयनकर्ताओं ने जिस टीम का चयन विश्व कप के लिए किया है वो बहुत ही संतुलित लग रही है लेकिन नंबर चार के लिए चयनकर्ताओं ने बहुत बड़ा रिस्क लिया है। चयनकर्ताओं ने विजय शंकर को नंबर चार के लिए अंबाती रायडू के ऊपर तरजीह दी। अंतिम समय में उनका ये निर्णय बहुत ही चौंकाने वाला था। अब उनका ये निर्णय सफल होता है या नहीं ये तो कुछ दिनों बाद पता चल ही जाएगा। इसके अलावा चयनकर्ताओं ने और भी कई चौंकाने वाले फैसले लिए हैं। आज हम आपको 3 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें विश्व कप टीम में शामिल नहीं करके चयनकर्ताओं ने बहुत बड़ी भूल कर दी।
#3 अंबाती रायडू
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नंबर 4 के लिए सभी कोई अंबाती रायडू का चयन ही पक्का मान रहे थे लेकिन विश्व कप के लिए जब टीम का चयन अंतिम रूप से हुआ तो सभी हैरान रह गए। रायडू का नाम विश्व कप की 15 सदस्यीय टीम में नहीं था। इसे उनकी बदकिस्मती कहे या फिर कुछ और की विश्व से पहले तक टीम इंडिया ने जितने भी मैच खेले उसमें ज्यादातर मैचों में वो टीम में रहे लेकिन अंतिम समय में उनका पत्ता काट दिया गया। इस बात से ना सिर्फ अंबाती रायडू बल्कि कई पूर्व खिलाड़ी भी आश्चर्यचकित थे।
आपको बता दें की पिछले साल अक्टूबर में एक प्रेस वार्ता के दौरान टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने नंबर 4 के लिए अंबाती रायडू को सबसे उपयुक्त बताया था। रायडू के एकदिवसीय मैचों के आंकड़े भी काफी प्रभावित करते हैं। अब तक उन्होंने 55 एकदिवसीय मैचों में 47 की शानदार औसत के साथ 1694 रन बनाएं हैं जिसमें 3 शतक तथा 10 अर्धशतक शामिल हैं।
इस बात में कोई शक नहीं है की उनके साथ नाइंसाफी हुई है। विश्व कप में उनका अनुभव टीम के काफी काम आता लेकिन उनकी जगह पर विजय शंकर का चयन किया गया। विजय को अब तक सिर्फ 9 मैचों का ही अनुभव है। ऐसे में ये सवाल खड़ा होता है की क्या वो इतने बड़े टूर्नामेंट में टीम के मध्यक्रम का भार उठा पाएंगे या नहीं ?
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#2 ऋषभ पंत
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ऋषभ पंत की कहानी भी कुछ अंबाती रायडू जैसी ही है। क्रिकेट प्रेमियों के अलावा कई पूर्व खिलाड़ी भी दूसरे विकेटकीपर के तौर पर ऋषभ पंत को ही उपयुक्त मान रहे थे और ऐसी उम्मीद कर रहे थे की विश्व कप की टीम में उन्हें दिनेश कार्तिक के ऊपर तरजीह दी जाएगी लेकिन हुआ इसके बिल्कुल उलट। विश्व कप की रेस में बाजी मार गए दिनेश कार्तिक।
विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करने के लिए प्रसिद्ध ऋषभ पंत किसी भी टीम की गेंदबाजी को तहस नहस करने में सक्षम हैं। उनका ये अंदाज टीम को विश्व कप में काफी सहायता करता लेकिन चयनकर्ताओं का नजरिया कुछ और ही था। वो बात जो ऋषभ पंत के विपरीत गई वो थी उनकी विकेटकीपिंग। उनकी विकेटकीपिंग का स्तर दिनेश कार्तिक के मुकाबले थोड़ा कम है।
ऋषभ पंत अभी युवा हैं और उम्मीद है की समय के साथ-साथ वो अपनी विकेटकीपिंग में भी जरूर सुधर करेंगे लेकिन एक बात तो तय है की क्रिकेट प्रेमी इस विश्व कप में उनके आतिशी अंदाज को काफी मिस करेंगे।
#1 खलील अहमद
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चयनकर्ताओं द्वारा चुनी गई टीम में सिर्फ 3 विशेषज्ञ तेज गेंदबाज हैं। जैसा की हम सब जानते हैं की इंग्लैंड की पिचें तेज गेंदबाजों के अनुकूल होती हैं। ऐसे में सिर्फ 3 तेज गेंदबाजों को लेकर जाना थोड़ा हैरान जरूर करता है। अगर विश्व कप में कोई तेज गेंदबाज चोटिल हो जाएगा तो टीम इंडिया के लिए मुश्किलें काफी बढ़ जाएंगी। इसलिए टीम में चार तेज गेंदबाजों को शामिल करना चाहिए था।
चूंकि इंग्लैंड की पिचें तेज गेंदबाज को काफी मदद करती हैं। ऐसे में रविंद्र जडेजा की जगह पर एक तेज गेंदबाज का चयन किया जा सकता था। चौथे तेज गेंदबाज के रूप में खलील अहमद सबसे उपयुक्त गेंदबाज हो सकते थे। अब तक खलील ने 8 एकदिवसीय मैच खेले हैं और उनके नाम 11 विकेट हैं। उन्होंने अब तक खेले गए मैचों में अन्य तेज गेंदबाजों की तुलना में ठीक-ठाक प्रदर्शन किया है। खलील बाएं हाथ के गेंदबाज हैं और टीम में एक बाएं हाथ के तेज गेंदबाज का होना हमेशा से ही टीम के लिए फायदेमंद साबित होता है।