वर्ल्ड कप 2019 के लिए पाकिस्तान की 15 सदस्यीय टीम की घोषणा हो चुकी है। इस टीम में अनुभवी बल्लेबाज मोहम्मद हफीज़ को भी मौका दिया गया है जो अभी फिट नहीं हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुख्य चयनकर्ता इंजमाम उल हक का कहना है कि अगर वो फिट रहते हैं तो वे वर्ल्ड कप में खेल पाएंगे।
इस टीम में फखर ज़मन और इमाम उल हक के अलावा सलामी बल्लेबाज आबिद अली को भी टीम में मौका मिला है। आबिद अली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसी साल डेब्यू किया था। अपने डेब्यू मैच में ही उन्होंने 112 रन की पारी खेली थी। आबिद अली रिजर्व ओपनर के तौर पर टीम में शामिल हुए हैं।
पाकिस्तान सुपर लीग में शानदार प्रदर्शन कर चुके 18 वर्षीय मोहम्मद हसनैन को भी टीम में मौका मिला है जिनके अंदर 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकने की क्षमता भी है। मोहम्मद हसनैन शाहीन अफरीदी, हसन अली और जुनैद खान के साथ तेज गेंदबाजी विभाग में रहेंगे।
मध्यक्रम बल्लेबाजी विभाग में बाबर आज़म, हरीश सोहेल, शोएब मलिक और कप्तान सरफराज अहमद हैं जबकि आलराउंडर के तौर पर शादाब खान, इमाद वसीम और फहीम अशरफ टीम को टीम में शामिल किया गया है।
आज हम बात करने जा रहे हैं उन 3 खिलाड़ियों के बारे में जिन्हें वर्ल्ड कप के लिए पाकिस्तान टीम में मौका मिलना चाहिए था।
#3. उस्मान खान शिनवारी:
25 वर्षीय उस्मान खान शिनवारी बाएं हाथ के मध्यम गति के गेंदबाज हैं। शिनवारी वसीम अकरम को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने वर्ष 2017 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था। अपने दूसरे ही वनडे मैच में उन्होंने 5 विकेट चटका दिए थे।
उस्मान खान शिनवारी ने अब तक कुल 15 वनडे मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 19.32 की औसत से 28 विकेट चटकाए हैं। उनको वर्ल्ड कप टीम में मौका न मिलना बेहद चौंकाने वाली बात है।
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#2. मोहम्मद रिज़वान:
26 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिज़वान ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की वनडे सीरीज में 2 शतक लगाए थे। फिर भी उन्हें वर्ल्ड कप टीम में जगह न मिलना बेहद चौंकाने वाली बात है।
मोहम्मद रिज़वान ने 2015 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने पहले मैच में ही 58 गेंदों पर 67 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद वो अगले 2 मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। इसके बाद उन्हें श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में खेलने का मौका मिला जहां उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया था।
मोहम्मद रिज़वान के करियर के लिए सबसे खराब बात यह है कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम के वर्तमान कप्तान सरफराज अहमद खुद एक विकेटकीपर मध्यक्रम बल्लेबाज हैं और मोहम्मद रिज़वान भी एक मध्यक्रम विकेटकीपर बल्लेबाज हैं इसीलिए उन्हें सरफराज की गैरमौजूदगी में ही लगभग टीम में खेलने का मौका मिल पाता है।
लेकिन मोहम्मद रिज़वान जितने अच्छे विकेटकीपर हैं उतने ही अच्छे फील्डर हैं जो फील्ड के किसी भी कोने में अच्छी फील्डिंग कर सकते हैं।
#1. मोहम्मद आमिर:
अपने क्रिकेट करियर में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में 5 साल का बैन झेल चुके मोहम्मद आमिर को पाकिस्तान का अगला वसीम अकरम कहा जाता था। लेकिन इस वर्ल्ड कप के लिए पाकिस्तान की टीम में उनका चयन न होना काफी चौंकाने वाली बात है।
गौरतलब हो कि मोहम्मद आमिर ने इंग्लैंड में हो रहे चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया था। उनकी शानदार गेंदबाजी की बदौलत ही पाकिस्तान को 180 रन से जीत हासिल हुई थी। उन्होंने इस मैच में शिखर धवन, रोहित शर्मा और कप्तान विराट कोहली का विकेट लिया था। इंग्लैंड में उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद भी उन्हें वर्ल्ड कप की टीम में मौका नहीं दिया गया। मुख्य चयनकर्ता इंजमाम उल हक ने क्या सोचकर इन्हें मौका नहीं दिया यह प्रश्न बना हुआ है।
मोहम्मद आमिर ने अपने वनडे क्रिकेट करियर में कुल 50 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 32.85 की औसत से 60 विकेट चटकाए हैं।