इंग्लैंड में 30 मई से शुरू होने वाला क्रिकेट विश्व कप दुनिया की सभी क्रिकेट टीमों के लिए एक चुनौती होगा कि आखिर इस बार कौन सी टीम विश्व विजेता बनेगी। वहीं टी20 क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतियोगिता खत्म होने के बाद अब इस खेल के प्रशंसक भी बेसब्री से विश्व कप का इंतजार कर रहे हैं।
इंग्लैंड 20 साल बाद एक बार फिर से विश्व कप की मेजबानी करने जा रहा है। 1999 में वहां की पिचों के हालात आज से काफी अलग थे। पहले जहां बल्लेबाजों को खतरनाक स्विंग और सीम का सामना करना पड़ता था, तो वहीं इस बार वहां की पिचें सपाट होंगी, जिस पर किसी भी टीम से 300 से 350 रनों का स्कोर अनुमानित होगा। इस लिहाज से विश्व कप में सबसे कठिन परीक्षा गेंदबाजों की होगी।
वहीं इस बार के विश्व कप के प्रबल दावेदारों की बात करें, तो इसमें मेजबान इंग्लैंड का नाम सबसे ऊपर है और उसके बाद भारत का नाम लिया जा रहा है। क्योंकि इस बार विश्व कप के लिए चुनी गई भारतीय टीम सबसे शक्तिशाली नजर आ रही है। हालांकि फिर भी यह कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत को विश्व कप के दौरान चयन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आज हम आपको भारत के सामने आने वाली उन्हीं तीन चयन समस्याओं के बारे में बताने जा रहे हैं।
#3 भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी में से दूसरा पेसर कौन होगा ?
विश्व कप में भारत की ओर से मुख्य पेसर जसप्रीत बुमराह ही होंगे। इसमें किसी तरह का संदेह नहीं है, क्योंकि उन्होंने पिछले 2 सालों में लगातार जिस तरह का प्रदर्शन किया है, वह काबिले तारीफ है। ऐसे में कप्तान विराट कोहली उन पर सबसे ज्यादा भरोसा करेंगे।
वहीं उनके अलावा दूसरे पेसर का चयन करना हो, तो इसमें मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार दोनों का नाम शामिल है। शमी 2015 में भारतीय विश्व कप टीम का हिस्सा थे और उस टूर्नामेंट में टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। ऐसे में शमी के पास बड़े टूर्नामेंट में गेंदबाजी करने और विकेट चटकाने का गहरा अनुभव है, जबकि भुवनेश्वर कुमार डेथ ओवर में गेंदबाजी करने के लिए जाने जाते हैं। हालांकि अगर दोनों गेंदबाजों के प्रदर्शन को देखते हुए चयन की बात की जाए, तो यह कहा जा सकता है कि शमी विकेट लेने के लिहाज से भुवनेश्वर से आगे निकल सकते हैं।
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#2 रविंद्र जडेजा या अन्य दो कलाई स्पिनर ?
भारतीय टीम दो बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों के साथ ही टूर्नामेंट में उतरना चाहेगा। ऐसे में अगर देखा जाए, तो भारत के सामने यह सवाल जरूर खड़ा होगा कि वह किसे टीम में शामिल करता है। क्योंकि भारतीय टीम अगर रविंद्र जडेजा के साथ जाती है, तो वह नंबर 8 पर आते हुए बल्लेबाजी भी कर सकते हैं और साथ ही बेहतरीन फील्डिंग का नजारा भी पेश कर सकते हैं।
जबकि उनकी जगह अगर कलाई स्पिनर कुलदीप यादव या फिर युजवेंद्र चहल को लिया जाता है, तो यह गेंदबाज केवल बल्लेबाजों को ही परेशान कर सकते हैं और रन की रफ्तार कम कर सकते हैं। जबकि जडेजा विकेट लेने के साथ-साथ रन भी बना सकते हैं और क्षेत्ररक्षण में भी कमाल कर सकते हैं। ऐसे में अगर तीनों ही खिलाड़ियों की मौजूदा फॉर्म को देखें तो लगता है कि टीम कुलदीप यादव को शायद बाहर बैठा सकती है।
#1 नंबर 4 पर बल्लेबाजी ?
विश्व कप के लिए टीम चयन से पहले यह लग रहा था कि नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए टीम में अम्बाती रायडू को शामिल किया जा सकता है, क्योंकि उन्हें इस नंबर पर बल्लेबाजी करने का अनुभव भी है। हालांकि विश्व कप के लिए जब 15 सदस्यों वाली टीम में रायडू को जगह नहीं दी गई, तो इस फैसले ने सभी को हैरान किया। इसके पीछे रायडू के आईपीएल में खराब प्रदर्शन को आधार बनाया गया।
जबकि रवि शास्त्री ने एक इंटरव्यू के दौरान यह कहा था कि रायडू की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम के पास नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए कई सारे विकल्प मौजूद हैं। हालांकि इसके लिए कोई सही चेहरा नजर नहीं आता। वहीं टीम में शामिल किए गए विजय शंकर को शायद यह कमान सौंपी जा सकती है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर भारतीय टीम में नंबर 4 पर कौन बल्लेबाजी करता है।