वर्ल्ड कप 2019 में अब तक 14 मैच खेले जा चुके हैं, जिसमें कई करीबी मुकाबले देखने को मिले हैं तो कई ऐसे मुकाबले भी देखने को मिले हैं जिसमें टीमों को आसान जीत और करारी हार मिली है।
हर टीम के पास अपने हिसाब से मजबूत खिलाड़ी हैं और वे जरूरत और प्रदर्शन के अनुसार ही खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में शामिल करते हैं। लेकिन अभी भी कई शानदार खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्हें अब तक एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला है।
भारत को छोड़कर सभी टीमें तीन या उससे अधिक मैच खेल चुकी हैं। आज हम बेंच प्रत्येक टीम के एक खिलाड़ी के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्हें टीम में शामिल किया जाना चाहिए।
#8. जेफरी वांडरसे- श्रीलंका:
श्रीलंकाई टीम में जेफरी वांडरसे ही मात्र विशेषज्ञ स्पिनर हैं । हालांकि टीम में 36 वर्षीय जीवन मेंडिस, धनंजया डी सिल्वा और मिलिंडा सिरीवर्दना भी स्पिनर के रूप में शामिल हैं, लेकिन वे गेंदबाजी में उतने अधिक प्रभावशाली नहीं रहे हैं।
अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में श्रीलंका टीम में सिर्फ तेज गेंदबाजों को जगह मिली थी और उन्होंने शानदार प्रदर्शन भी किया था। इस वर्ल्ड कप में स्पिनरों ने भी अब तक शानदार प्रदर्शन किया है, इसीलिए श्रीलंका टीम को उन्हें भी जरूर आजमाना चाहिए।
#7. अशगर अफगान- अफगानिस्तान:
अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान को अब तक एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला है। मध्यक्रम बल्लेबाज अशगर अफगान का अनुभव अफगानिस्तान टीम के लिए बेहद काम आ सकता है क्योंकि अब तक खेले गए सभी तीन मैचों में उनकी मध्यक्रम बल्लेबाजी में उतार-चढ़ाव होता रहा है। नजीबुल्लाह जादरान और रहमत शाह के अलावा किसी भी बल्लेबाज ने उतना प्रभावित नहीं किया है।
#6. रुबेल हुसैन- बांग्लादेश:
बांग्लादेश के पास विकेट लेने वाले गेंदबाजों की कमी है। हालांकि बांग्लादेश की ओर से मोहम्मद सैफुद्दीन ने विकेट चटकाए हैं, लेकिन वे भी काफी मंहगे साबित हुए हैं। तेज गेंदबाज रुबेल हुसैन के पास अंग्रेजी पिचों पर खेलने का अनुभव है, जो बांग्लादेश के लिए काम आ सकती है। वे अपने अच्छी गेंदबाजी से टीम को आगे के मैचों में जीत दिला सकते हैं।
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#5. शाहीन शाह अफरीदी- पाकिस्तान:
19 वर्षीय शाहीन शाह अफरीदी ने 14 वनडे मैचों में 24 विकेट चटकाए हैं। उनके पास तेज पिचों पर खेलने का अनुभव है, साथ ही उन्होंने वर्ल्ड कप से ठीक पहले इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भी हिस्सा लिया था। पाकिस्तान टीम को उन्हें अगले मैचों में जरूर मौका देना चाहिए।
#4. टिम साउदी- न्यूजीलैंड:
टूर्नामेंट शुरुआत होने से पहले पिंडली में चोट लगने के कारण टिम साउदी को टीम में मौका नहीं मिल पाया। उनकी जगह मैट हेनरी ने ले लिया। मैट हेनरी और लोकी फर्ग्यूसन इस समय सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में क्रमशः पहले एवं दूसरे स्थान पर हैं। हालांकि मुख्य तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट उतने अधिक प्रभावशाली नहीं रहे हैं, ऐसे में उन्हें मौका देकर जरूर परखना चाहिए।
#3. टॉम करन- इंग्लैंड:
इंग्लैंड टीम में जोफ्रा आर्चर, मार्क वुड और लियाम प्लंकेट जैसे तेज गेंदबाज शामिल हैं। लेकिन इस टीम में जोफ्रा आर्चर के अलावा अन्य किसी भी गेंदबाज का प्रदर्शन डेथ ओवरों में उतना प्रभावशाली नहीं रहा है। टॉम करन डेथ ओवरों के विशेषज्ञ गेंदबाज हैं साथ ही वे निचले क्रम में अच्छी बल्लेबाजी भी कर सकते हैं। अगर उन्हें अगले कुछ मैचों में खेलने का मौका न मिला तो यह आश्चर्य वाली बात होगी।
#2. जेसन बेहरनडॉर्फ- ऑस्ट्रेलिया:
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जेसन बेहरनडॉर्फ ने बीते कुछ महीनों में अपने गेंदबाजी से सभी को काफी प्रभावित किया है। ऑस्ट्रेलिया टीम में मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि नाथन कुल्टर-नाइल का गेंदबाजी प्रदर्शन उतना शानदार नहीं रहा है। जेसन बेहरनडॉर्फ को टीम में जगह देने से उनकी गेंदबाजी विभाग में और भी मजबूती प्रदान होगी।
#1. रविंद्र जडेजा- भारत:
भारतीय स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने इस साल आईपीएल और वर्ल्ड कप के अभ्यास मैचों में शानदार प्रदर्शन किया था। कुलदीप यादव पिछले दो मैचों में मात्र एक विकेट ले सके हैं, इसीलिए उनके स्थान पर ऑफ स्पिनर रविंद्र जडेजा को मौका देने से टीम की गेंदबाजी के साथ-साथ निचले क्रम की बल्लेबाजी भी मजबूत होगी। लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के साथ लेफ्ट आर्म स्पिनर रविंद्र जडेजा की जोड़ी विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान कर सकती है। जडेजा के पास अंग्रेजी पिचों पर खेलने का अनुभव भी है।