टीम इंडिया के चयनकर्ता विश्वकप के लिए चौथे नंबर के बल्लेबाज और चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका अभी तय नहीं कर पाए हैं। यही वजह है कि भारतीय टीम के खिलाड़ी विश्वकप में खुद को शामिल करने के लिए अपना पक्ष रख रहे हैं। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने कहा कि अगर मुझे विश्वकप में खेलने का मौका मिलता है तो मैं टीम में चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं। इंडियन प्रीमियर लीग के 12वें संस्करण में उमेश यादव विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की तरफ से खेल रहे हैं। उमेश की पूरी कोशिश रहेगी कि वह आईपीएल टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन कर भारतीय टीम के कप्तान के सामने अपनी मजबूत दावेदारी पेश करें।
उमेश यादव ने कहा कि विश्वकप टीम के लिए चौथे तेज गेंदबाज की तलाश है। मैं खुद को इस भूमिका के लिए उपयुक्त मानता हूं। अभी तक मुझे ऐसा नहीं लगा कि किसी युवा गेंदबाज ने सीनियर खिलाड़ी की जगह लेने के लिए ज्यादा मशक्कत की हो। यह क्रिकेट का सबसे बड़ा आयोजन है, न कि कोई सीरीज। इस बड़े मंच के लिए अनुभव की जरूरत पड़ेगी। यह अनुभव सिर्फ 10-12 मैचों का ही नहीं होना चाहिए। अगर कोई मुख्य गेंदबाज चोटिल हो जाता है तो उसकी जगह कोई अनुभवशाली गेंदबाज ही होना चाहिए, जो दबाव की परिस्थितियों को संभालने में सक्षम हो। किसी युवा और कम अनुभव वाले गेंदबाज से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो निश्चित ही गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
उमेश ने कहा कि इंग्लैंड में ऐसे तेज गेंदबाज की जरूरत होगी, जो 140 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से गेंद फेक सके। अगर मुझे विश्वकप की टीम में शामिल किया जाता है तो आईपीएल इसकी तैयारी के लिए सबसे मुफीद मंच होगा। मालूम हो कि अब भारतीय टीम का विश्वकप से पहले कोई भी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं है। आरसीबी का हिस्सा होने के सवाल पर उमेश ने कहा कि यहां मुझे आशीष नेहरा से काफी कुछ सीखने को मिल रहा है। नेहरा मुझसे एक बात कहते हैं, जो मैं कभी नहीं भूलता, हर मिनट सीखते रहो और मजबूत बनो।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।