पहली बार विश्वकप का हिस्सा बने जसप्रीत बुमराह ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरुआती मैच में शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने अपने शुरुआत के तीन ओवरों में क्विंटन डीकॉक और हाशिम अमला को आउट कर पवेलियन भेज दिया था। शुरुआती पांच ओवरों में उन्होंने किफायती गेंदबाजी करते हुए 13 रन देकर दो विकेट झटके थे। इस पर बुमराह ने कहा कि मैं यह सोचकर नहीं खेल रहा था कि यह मेरा पहला विश्वकप है। मैं बस इसे बाकी क्रिकेट मैचों की तरह ही ले रहा था। मैंने हमेशा जो भी किया, उस पर पूरा ध्यान लगाया है। पिच गेंदबाजों के पक्ष में थी। मुझे लगता है कि जब पिच से मदद मिलती है तो ज्यादा कोशिश करने की जरूरत नहीं होती है। बस आपको सही लेंथ पर गेंद डालनी होती है। यही करने की मैंने भी कोशिश की थी।
बुमराह ने कहा कि हर कोई टीम विश्वकप जैसे बड़े टूर्नामेंट में जीत के साथ शुरुआत करना चाहती है। यह टीम के लिए सकारात्मक होता है। बुमराह ने रोहित शर्मा की बल्लेबाजी की तारीफ़ करते हुए कहा कि उन्होंने सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी पूरी जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने 144 गेंदों पर 122 रन बनाए, जो टीम की जीत में अहम बने। साउथैम्पटन की उछाल भरी पिच पर बल्लेबाजी करना कठिन था लेकिन उन्होंने धैर्य रखा और टीम को 15 गेंदें शेष रहते ही जीत हासिल करवा दी।
उन्होंने आगे कहा कि सबसे खास बात थी कि रोहित 45 ओवर तक विकेट पर टिके रहे। यह हमारे आगे के मैचों के लिए बहुत अच्छा संकेत है। हमने अपने पहले ही मैच में ढेर सारा आत्मविश्वास हासिल कर लिया है। छोटे करियर में बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के सवाल पर बुमराह ने कहा कि आप दुनिया के किसी भी गेंदबाज से सीख सकते हैं। फिर चाहे वह प्रथम श्रेणी का खेल हो या फिर अंतरराष्ट्रीय। मैं हमेशा इस बात पर नजर रखता हूं कि क्या हो रहा है, ताकि मैं सामने वाले से सीख सकूं और खुद भी उन तकनीकों को अपनी गेंदबाजी में इस्तेमाल कर सकूं। रही बात चोटों की, तो इस पर मेरा जोर नहीं है। बस मैं अपने शरीर को मजबूत बना सकता हूं लेकिन इंजरी होगी या नहीं यह मेरे हाथ में नहीं है।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।