अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में अपने बेहतरीन दोहरे शतक को लेकर ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। मैक्सवेल ने अपनी उस पारी को याद करते हुए कहा है कि उन्हें पता था कि वो आखिरी दो गेंद पर बड़ा शॉट लगाकर ना केवल टीम को मैच जिता सकते हैं, बल्कि अपना दोहरा शतक भी पूरा कर सकते हैं।
ग्लेन मैक्सवेल ने अफगानिस्तान के खिलाफ जबरदस्त दोहरा शतक लगाया था। उन्होंने सिर्फ 128 गेंद पर 21 चौके और 10 छक्के की मदद से 201 रनों की नाबाद पारी खेली और टीम को जीत दिला दी थी। एक समय ऑस्ट्रेलिया के 91 रन तक 7 विकेट गिर गए थे लेकिन इसके बाद मैक्सवेल और पैट कमिंस ने आठवें विकेट के लिए 202 रनों की अविजित साझेदारी कर टीम को ऐतिहासिक जीत दिला दी थी।
अफगानिस्तान के खिलाफ उस मैच में ग्लेन मैक्सवेल इंजरी का शिकार हो गए थे। वो ठीक तरह से चल भी नहीं पा रहे थे और इसी वजह से एक या दो रन नहीं ले रहे थे। वहीं उनकी पीठ में भी कुछ दिक्कत थी लेकिन इसके बावजूद वो क्रीज पर डटे रहे और टीम को एक जबरदस्त जीत दिला दी थी।
मुझे अपने ऊपर पूरा भरोसा था कि इस ओवर में मैच खत्म कर दूंगा - ग्लेन मैक्सवेल
ग्लेन मैक्सवेल के मुताबिक उन्हें पूरा भरोसा था कि वो आखिरी शॉट पर छक्का लगाकर ना केवल टीम को जिताएंगे, बल्कि अपना दोहरा शतक भी पूरा कर लेंगे। फॉक्स क्रिकेट से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
मुझे पता था कि उस ओवर में दो गेंद बची हुई थी। इसलिए मैंने सोचा कि अगर पांचवी गेंद पर शॉट नहीं लगा पाया तो फिर आखिरी गेंद पर लंबा शॉट लगा दूंगा। उस ओवर की शुरुआत से पहले मैं काफी शांत था। मैंने ड्रिंक लिया और टॉवल से खुद को पोछा। पैट कमिंस ने पूछा कि क्या सोच रहे हो तो मैंने कहा कि चिंता ना करो इस ओवर में मैच खत्म हो जाएगा।