#8. सौरव गांगुली (भारत):
सौरव गांगुली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने 2003 में वर्ल्ड कप खेला था। न्यूजीलैंड के खिलाफ 5-2 से वनडे सीरीज और 2-0 से टेस्ट सीरीज हारने के बाद भारतीय टीम के ऊपर सवाल उठने लगे थे कि क्या यह टीम वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन कर पाएगी? लेकिन सौरव गांगुली के मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया। हालांकि उन्हें फाइनल में आस्ट्रेलिया खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन सौरव गांगुली ने भारतीय टीम को एक बार फिर से जिंदा कर दिया था। गांगुली ने अपने वर्ल्ड कप करियर में 11 मैचों में कप्तानी की थी जिसमें उन्हें 9 मैचों में जीत हासिल हुई थी।
#7. एलन बॉर्डर (ऑस्ट्रेलिया):
साल 1987 का वर्ल्ड कप सफेद कपड़ो में खेला गया अंतिम वर्ल्ड कप था। उनके नेतृत्व में पहली बार ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। यह पहला वर्ल्ड कप था जिसका फाइनल दो गैर एशियाई देशों के बीच एशियाई मैदान पर खेला गया था। एलन बॉर्डर ने उस साल इंग्लैंड को हराकर खिताब पर कब्जा किया था। एलन बॉर्डर ने 1987 से 1991 तक वर्ल्ड कप के 16 मैचों में कप्तानी की जिसमें उन्हें 11 मैचों में जीत हासिल हुई।
#6. रिकी पोंटिंग (ऑस्ट्रेलिया):
रिकी पोंटिंग के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया ने दो बार (2003 और 2007) वर्ल्ड कप का खिताब जीता है। रिकी पोंटिंग ने वर्ल्ड कप इतिहास में 29 मैचों में कप्तानी की जिसमें उन्हें 26 मैचों में जीत हासिल हुई जबकि एक मैच नो रिजल्ट रहा। रिकी पोंटिंग ऑस्ट्रेलिया के ही नहीं बल्कि विश्व के सबसे सफल कप्तान हैं।