WPL 2025 best playing 11: मुंबई इंडियंस एक से अधिक बार विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) का खिताब जीतने वाली पहली टीम बनी है। उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल में आठ रन से हराते हुए दूसरी बार WPL का खिताब अपने नाम किया है। लीग के तीसरे सीजन में कुछ खिलाड़ियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन बहुत शानदार रहे। जहां कुछ स्थापित नामों ने अपने नाम के हिसाब से प्रदर्शन किया तो वहीं कुछ नए खिलाड़ियों ने भी अपना नाम बनाया है। इस सीजन में जहां विदेशी सितारों ने अपना धूम मचाया तो वहीं भारत की भी खिलाड़ियों ने अपने टैलेंट का प्रदर्शन बखूबी किया। आइए जानते हैं WPL 2025 की बेस्ट प्लेइंग इलेवन क्या होगी।
टॉप ऑर्डर: हेली मैथ्यूज, शेफाली वर्मा और नैट सीवर-ब्रंट
भारतीय टीम से बाहर चल रही शेफाली वर्मा की वापसी इस सीजन की सबसे बेहतरीन चीजों में से एक रही। नौ मैचों में 304 रन बनाकर शेफाली तीसरे सीजन में सबसे अधिक रन बनाने वाली भारतीय बल्लेबाज रहीं। पहले सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद दूसरे सीजन में फ्लॉप होने वाली कैरेबियन ऑलराउंडर हेली मैथ्यूज ने गजब की वापसी की। उन्होंने बल्लेबाजी में 300 से अधिक रन बनाने के साथ ही 18 विकेट भी चटकाए।
वह सीजन में तीसरी सबसे अधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज और संयुक्त रूप से सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाज रहीं। इंग्लैंड की ऑलराउंडर नैट सीवर-ब्रंट के लिए यह सीजन बेहद शानदार रहा जहां उन्होंने 523 रन बनाने के साथ ही 12 विकेट भी चटकाए। वह एक सीजन में 500 या उससे अधिक रन बनाने वाली पहले बल्लेबाज बनी हैं।
मिडिल ऑर्डर: एलिस पेरी, हरमनप्रीत कौर और ऋचा घोष
केवल आठ मैचों में 372 रन बनाकर सीजन में दूसरी सबसे अधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज रहीं एलिस पेरी ने RCB की बल्लेबाजी को अकेले दम पर संभाला। MI की कप्तान हरमनप्रीत ने अंतिम के ओवर में धुआंधार बल्लेबाजी करते हुए कई मैचों में अपनी टीम को बेहतरीन फिनिश दिलाए। उन्होंने सीजन में तीन अर्धशतक जड़े और 302 रन 10 मैचों में उनके नाम रहे। फाइनल मैच में भी उन्होंने एक बेहतरीन अर्धशतक लगाया था। टूर्नामेंट में विकेटकीपर्स के लिए कुछ खास देखने को नहीं मिला। हालांकि ऋचा घोष ने निचलेक्रम में बल्लेबाजी करते हुए RCB के लिए प्रभाव जरूर छोड़ा। उन्होंने आठ पारियों में 230 रन बनाए।
लोअर ऑर्डर और गेंदबाजी: अमेलिया कर, काश्वी गौतम, भारती फुलमाली, शिखा पाण्डेय, तनुजा कंवर
MI ने अमेलिया कर से कुछ मैचों में ओपनिंग भी कराई थी और इसके अलावा कुछ मैचों में वह मध्यक्रम में खेली थीं। हालांकि बल्ले से कहीं अधिक गेंद ने उन्हें पहचान दिलाई। 18 विकेट हासिल करके उन्होंने सीजन का पर्पल कैप अपने नाम किया। अंतिम के ओवरों में बड़े शॉट लगाने की क्षमता दिखाकर गुजरात जायंट्स की भारती फुलमाली ने काफी चर्चा बटोरी। उन्होंने लगभग 173 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
2024 में चोट के कारण लीग मिस करने वाली काश्वी गौतम ने अपने पहले ही सीजन में दिखाया कि उनको लेकर इतनी चर्चा क्यों हो रही थी। उन्होंने केवल 6.45 की इकॉनमी के साथ 11 विकेट अपने नाम किया और लीग में संयुक्त रूप से सबसे अधिक विकेट लेने वाली भारतीय गेंदबाज रहीं। दिग्गज शिखा पाण्डेय ने भी अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए नौ मैचों में 11 विकेट चटकाए। बाएं हाथ की स्पिनर तनुजा कंवर ने आठ से कम की इकॉनमी से आठ विकेट अपने नाम किए।