भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने रविचंद्रन अश्विन (Ashwin) को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में नहीं खिलाने के लिए टीम मैनेजमेंट की आलोचना की है। संजय मांजरेकर के मुताबिक भारतीय टीम ने पिच को पढ़ने में गलती कर दी और यहां पर रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना चाहिए था।
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ उतरी है। एकमात्र स्पिनर के रूप में रविंद्र जडेजा को खिलाया गया। वहीं अश्विन को इस मैच में मौका नहीं मिला जिसको लेकर काफी तीखी प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। कई दिग्गजों ने अश्विन को ड्रॉप किए जाने पर हैरानी जताई है।
भारतीय टीम को अश्विन का चयन करना चाहिए था - संजय मांजरेकर
मांजरेकर के मुताबिक यहां पर अश्विन को खिलाया जाना चाहिए था। उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर बातचीत के दौरान कहा "मेरा ये मानना है कि भारतीय टीम को अश्विन का चयन करना चाहिए था। ये उतनी ग्रीन टॉप विकेट नहीं थी। ऊपर से ये इस पर घास था लेकिन नीचे से ये सफेद थी। इसका मतलब ये हुआ कि ये पिच सूखी थी। मेरे हिसाब से पिच का आंकलन करने में भारतीय टीम ने गलती कर दी। अगर टीम का माइंडसेट सिंपल होता तो फिर वो क्वालिटी गेंदबाज खिलाते और अश्विन टीम में होते।"
आपको बता दें कि भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच पारस म्हाब्रे ने रविचंद्रन अश्विन को ड्रॉप किए जाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि क्यों अश्विन को इस मैच में मौका नहीं दिया गया। पारस म्हाब्रे के मुताबिक टीम को चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरना था और इसी वजह से अश्विन को ड्रॉप करने का मुश्किल फैसला लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि रविचंद्रन अश्विन जैसे चैंपियन गेंदबाज को ड्रॉप करना काफी मुश्किल फैसला था।