भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के गेंदबाजी कोच पारस म्हाब्रे ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले (WTC Final) से दिग्गज गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ashwin) को ड्रॉप किए जाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि क्यों अश्विन को इस मैच में मौका नहीं दिया गया। पारस म्हाब्रे के मुताबिक टीम को चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरना था और इसी वजह से अश्विन को ड्रॉप करने का मुश्किल फैसला लेना पड़ा।
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ उतरी है। एकमात्र स्पिनर के रूप में रविंद्र जडेजा को खिलाया गया। वहीं अश्विन को इस मैच में मौका नहीं मिला जिसको लेकर काफी तीखी प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। कई दिग्गजों ने अश्विन को ड्रॉप किए जाने पर हैरानी जताई है।
रविचंद्रन अश्विन को ड्रॉप करने का फैसला काफी मुश्किल था - पारस म्हाब्रे
हालांकि गेंदबाजी कोच पारस म्हाब्रे ने टीम मैनेजमेंट के इस फैसले को सही बताया है। उन्होंने कहा,
रविचंद्रन अश्विन जैसे चैंपियन गेंदबाज को ड्रॉप करना काफी मुश्किल फैसला था। हालांकि हमने सुबह कंडीशंस को देखा था और सोचा कि एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज को खिलाना ज्यादा फायदेमंद रहेगा। आखिरी घंटे में हमने चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का फैसला किया और तेज गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की।
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के पहले दिन काफी मजबूत स्थिति में पहुंच गई है। पहले दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ 3 विकेट पर 327 रन बना दिए। ऑस्ट्रेलिया ने तीनों सत्र में अपना दबदबा बनाया और अंतिम सेशन में बिना विकेट खोये 157 रन जोड़े। ट्रैविस हेड ने अपने टेस्ट करियर का छठा शतक जड़ा और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने। ट्रैविस हेड 156 गेंदों पर 146 और स्टीव स्मिथ 95 रन बनाकर नाबाद हैं।