न्यूजीलैंड के विकेटकीपर बीजे वॉटलिंग को ऊंगली की चोट भी अपने आखिरी टेस्ट में विकेटकीपिंग करने से नहीं रोक सकी और उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी का बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया। बीजे वॉटलिंग टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा कैच लेने वाले दुनिया के सातवें विकेटकीपर बन गए हैं।
वॉटलिंग ने न्यूजीलैंड के लिए 75 टेस्ट की 127 पारियों में विकेटकीपिंग की और 257 कैच पकड़े। वॉटलिंग ने भारत की पहली पारी में रविचंद्रन अश्विन का कैच पकड़ा था जबकि दूसरी पारी में उन्होंने तीन कैच पकड़े।
न्यूजीलैंड के विकेटकीपर को छठे दिन की सुबह ऊंगली में जोरदार चोट लगी थी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने खेलना जारी रखा और रविंद्र जडेजा का आसान कैच पकड़ा। इसी के साथ उन्होंने सबसे ज्यादा कैच लेने के मामले में एमएस धोनी को पीछे छोड़ दिया। धोनी ने 90 टेस्ट की 166 पारियों में 256 कैच पकड़े हैं।
मार्क बाउचर के नाम दर्ज है रिकॉर्ड
वैसे टेस्ट क्रिकेट में बतौर विकेटकीपर सबसे ज्यादा कैच लेने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर मार्क बाउचर के नाम दर्ज है। बाउचर ने 147 टेस्ट की 281 पारियों में 532 कैच पकड़े हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट इस मामले में दूसरे स्थान पर काबिज हैं। गिली ने 96 टेस्ट की 191 पारियों में 379 कैच पकड़े।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर इयान हीली विकेटकीपर के रूप में सबसे ज्यादा कैच लेने के मामले में तीसरे स्थान पर जमे हुए हैं। हीली ने 119 टेस्ट की 224 पारियों में 366 कैच पकड़े। ऑस्ट्रेलिया के रॉड मार्श 96 टेस्ट की 182 पारियों में 343 कैच के साथ चौथे स्थान पर हैं। वेस्टइंडीज के पूर्व विकेटकीपर पीटर डुजोन 81 टेस्ट की 150 पारियों में 265 कैच पकड़कर इस लिस्ट में पांचवें स्थान पर हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर ब्रेड हैडिन 66 टेस्ट की 128 पारियों में 262 कैच लेकर छठें स्थान पर हैं। वॉटलिंग और एमएस धोनी क्रमश: सातवें व आठवें स्थान पर हैं।