टीम इंडिया के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) ने अपनी तुलना वीरेंदर सहवाग और सौरव गांगुली जैसे दिग्गज खिलाड़ियों से किए जाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वो इन सब प्लेयर्स की काफी इज्जत करते हैं लेकिन वो यशस्वी जायसवाल बनकर ही रहना चाहते हैं।
दरअसल विशाखापट्टनम टेस्ट मैच के बाद यशस्वी जायसवाल की तुलना तेंदुलकर, वीरेंदर सहवाग, सौरव गांगुली और विव रिचर्ड्स जैसे खिलाड़ियों से की जाने लगी थी। यशस्वी जायसवाल ने इस टेस्ट मैच में 290 गेंद पर 19 चौके और 7 छक्के की मदद से 209 रनों की पारी खेली थी।
"मैं सिर्फ यशस्वी जायसवाल बनकर रहना चाहता हूं"
वहीं यशस्वी जायसवाल से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो केवल यशस्वी जायसवाल बनकर रहना चाहते हैं। उन्होंने जियो सिनेमा पर इंटरव्यू के दौरान कहा,
मैं सबकी इज्जत करता हूं लेकिन मैं यशस्वी जायसवाल बनकर ही रहना चाहता हूं और हमेशा से ही यशस्वी जायसवाल ही बनना चाहता था।
आपको बता दें कि इससे पहले पूर्व क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग ने भी यशस्वी जायसवाल की तुलना दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों से किए जाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि यशस्वी जायसवाल की तुलना अभी सचिन तेंदुलकर और डॉन ब्रेडमैन जैसे खिलाड़ियों से करना सही नहीं है। सहवाग के मुताबिक अभी से यशस्वी जायसवाल को लेकर ज्यादा हाईप नहीं बनाना चाहिए और उन्हें अपना गेम खेलने देना चाहिए।
इससे पहले गौतम गंभीर ने भी कहा था कि यशस्वी जायसवाल की तुलना अभी से किसी बल्लेबाज के साथ नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा था कि इस वक्त ज्यादा जरूरी ये है कि उन्हें उनका गेम खेलने दिया जाए। हमने पहले भी देखा है कि भारत की आदत रही है, और खासकर मीडिया की कि वो किसी भी खिलाड़ी की उपलब्धि को काफी बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं और उन्हें हीरो की तरह बताते हैं। जब किसी खिलाड़ी के ऊपर उम्मीदों का बोझ आ जाता है तो फिर वो अपना नैचुरल गेम नहीं खेल पाता है।