युवराज सिंह ने हर बार मेरा हौसला बढ़ाया: दीपक हूडा

हरियाणा के 22 वर्षीय ऑलराउंडर दीपक हूडा को श्रीलंका के खिलाफ टी20 श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है। दीपक हूडा टीम में शामिल होने से काफी खुश हैं और युवराज सिंह को उन्होंने अपना प्रेरणास्त्रोत बताया है। स्पोर्ट्सकीड़ा से खास बातचीत में हूडा ने अपने अब तक के क्रिकेट करियर के बारे में खुलकर बात की। आपको बता दें हूडा 31 प्रथम श्रेणी मैच और 27 लिस्ट ए मैच खेल चुके हैं। इसके अलावा इंडियन प्रीमियर लीग में वो पिछले सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम का हिस्सा थे जहां उन्होंने कुछ आतिशी पारियां खेली थी। स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत में हूडा ने कहा कि मैं एकदिवसीय टीम में शामिल किए जाने की उम्मीद कर रहा था, टी20 टीम में जगह मिलने की उम्मीद मुझे नहीं थी। इस साल रणजी ट्रॉफी में मेरा प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा लेकिन 2016-17 के रणजी सीजन में मैंने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। इसके अलावा हाल ही में न्यूजीलैंड ए के खिलाफ भारत ए के लिए मैंने अच्छी पारियां खेली। इसी वजह से मुझे भारतीय टीम में जगह मिली। उन्होंने बताया कि मेरे चयन की जानकारी किसी ने मेरे पिता को दी। मेरे पिता इंटरनेट का प्रयोग ज्यादा नहीं करते हैं इसलिए उन्होंने मेरे छोटे भाई से पूछा कि वो चेक करे कि ये खबर सही है या नहीं। उस समय मैं और मेरा भाई मेरठ से घर लौट रहे थे। मेरे भाई ने न्यूज पढ़ी और मुझे इसके बारे में बताया। ये खबर सुनकर हम सबकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। भारतीय टीम में मेरा चयन मेरे परिवार का सबसे बड़ा सपना था। दीपका हुडा अपनी सफलता का श्रेय भारतीय टीम के धाकड़ बल्लेबाज और सनराइजर्स हैदराबाद में उनकी टीम के साथी खिलाड़ी युवराज सिंह को भी देते हैं। उन्होंने कहा पिछले कुछ महीनों में युवराज सिंह ने उनकी काफी मदद की और हमेशा उन्होंने मुझे अच्छा करने के लिए प्रेरित किया और इसके लिए मैं उनका आभारी हूं। वहीं उन्होंने इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन को अपना पसंदीदा बल्लेबाज बताया। इसके अलावा सनराइजर्स हैदराबाद के मेंटर वीवीएस लक्ष्मण की भी दीपक हूडा ने जमकर तारीफ की और कहा कि उन्होंने मुझे मानसिक तौर पर मजबूत बनाया। क्रिकेट में मानसिक मजबूती उतनी ही अहम है जितना का शारीरिक फिटनेस। वहीं भुवनेश्वर कुमार ने मुझे बताया कि अलग-अलग परिस्थितियों में किस तरह का रवैया अपनाया जाए। उनसे मुझे काफी कुछ सीखने को मिला। यहां तक कि उनके साथ अगर दो मिनट भी मैं बात करता था तो मुझे कुछ नया सीखने को मिलता था। यो-यो टेस्ट पास करने को लेकर हूडा का मानना है कि अगर खिलाड़ी नियमित तौर पर अपने आप को फिट रखता है तो फिर उसके लिए यो-यो टेस्ट पास करना मुश्किल काम नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने यो-यो टेस्ट दिया लेकिन मुझे इसे पास करने में कोई दिक्कत नहीं आई। गौरतलब है दीपक हूडा रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा के लिए खेलते हैं और काफी अच्छी फील्डिंग भी करते हैं। इसके अलावा अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से उन्होंने सबका दिल जीता था। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि कुछ लोग उनको गेंदबाजी पर ज्यादा ध्यान देने की सलाह देते हैं लेकिन मैं टीम का कप्तान नहीं हूं जो कि ये फैसला कर सके कि मैं कितनी गेंदबाजी करुंगा। हूडा ने कहा कि वो जितनी ज्यादा गेंदबाजी करेंगे उनका आत्मविश्वास उतना ही बढ़ेगा। इसे भी पढ़ें: मोहम्मद शमी, उमेश यादव और रिद्धिमान साहा रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में खेलेंगे दीपक हूडा का मानना है कि सीनियर भारतीय टीम के लिए खेलने से उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलेगा क्योंकि भारतीय टीम में कई दिग्गज खिलाड़ी हैं जिनके पास काफी अनुभव है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारतीय टीम के हर सदस्य से काफी कुछ सीखने को मिल सकता है। जैसे विराट कोहली की रनों के प्रति भूख और जीतने की ललक और धोनी का शांत स्वभाव और खुद में विश्वास। हूडा ने कहा कि मुझे धोनी की सबसे अच्छी बात ये लगती है कि वो पारी की शुरूआत संभलकर करते हैं लेकिन खत्म काफी अच्छे स्ट्राइक रेट से करते हैं। वहीं जब उनसे उनके पसंदीदा बल्लेबाजी क्रम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो मध्यक्रम में बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं, क्योंकि पिछले 2-3 साल से वो उसी क्रम पर खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये एक ऐसा क्रम है जहां मैं अपना समय लेकर बाद में अपनी पारी को गति प्रदान कर सकता हूं। हालांकि मैं किसी भी स्थान पर खेलने के लिए तैयार हूं। गौरतलब है श्रीलंका के खिलाफ टी20 श्रृंखला 20 दिसंबर से शुरु होगी।

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