रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की टेस्ट कप्तानी को लेकर भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि रोहित शर्मा अब उम्र के ऐसे पड़ाव पर हैं जहां से उन्हें अपनी बॉडी और फिटनेस का काफी ख्याल रखना होगा और इसी वजह से उन्हें भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान नहीं बनाया जाना चाहिए था।
विराट कोहली के अचानक टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा देने के बाद रोहित शर्मा को इस फॉर्मेट में टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था। उन्हें वनडे और टी20 का कप्तान पहले ही बनाया जा चुका था। युवराज सिंह के मुताबिक रोहित को छोटे फॉर्मेट में कप्तानी और पहले मिल जानी चाहिए थी लेकिन टीम के लगातार बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से ऐसा नहीं हुआ। हालांकि उन्हें टेस्ट कप्तान नहीं बनाया जाना चाहिए था।
स्पोर्ट्स 18 पर होम ऑफ हीरोज में बातचीत के दौरान युवराज सिंह ने कहा "रोहित शर्मा एक बहुत ही जबरदस्त कप्तान हैं। जब मैं मुंबई इंडियंस में था तो उनकी कप्तानी में खेला था। वो काफी अच्छा सोचते हैं और बेहतरीन कप्तान है। छोटे फॉर्मेट में कप्तानी उन्हें पहले मिल जानी चाहिए थी। हालांकि विराट कोहली कप्तान के तौर पर काफी अच्छा कर रहे थे, इसलिए ये मुमकिन नहीं था।"
रोहित शर्मा की फिटनेस दिक्कत पैदा कर सकती है - युवराज सिंह
युवराज सिंह ने आगे कहा "मेरे हिसाब से रोहित शर्मा को टेस्ट कप्तान बनाने का फैसला भावनाओं में बहकर लिया गया है। जब उन्हें कप्तान बनाया गया तो ये कहा गया कि उनके फिटनेस पर निर्भर करेगा। आप इस तरह फिटनेस के भरोसे अपने कप्तान का ऐलान नहीं कर सकते हैं। रोहित शर्मा अब काफी चोटिल हो रहे हैं। वो उम्र के ऐसे पड़ाव पर हैं जहां उन्हें अपने शरीर का ध्यान रखना होगा। टेस्ट कप्तानी से उनके ऊपर दबाव बढ़ेगा। उन्हें अभी अपनी बल्लेबाजी पर फोकस करने देना चाहिए था क्योंकि लगातार 5 दिनों तक क्रिकेट खेलना आसान नहीं होता है।"