These 5 Cricketers Survived Cancer battle: खिलाड़ी अपने आप में एक योद्धा होते हैं, जो अपने देश की जीत के लिए मैदान पर सब कुछ झोंक देते हैं। कई क्रिकेटर्स की कहानियां हम सभी ने पढ़ीं। कोई छोटे से गांव से निकलकर आया तो कोई गरीबी को हराकर क्रिकेट के मैदान तक पहुंचा है। हालांकि, इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे धुरंधर क्रिकेटर्स के बारें में बताएंगे, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को हराने में सफल रहे और इनमें से कुछ ने इसके बाद मैदान पर अपना जलवा भी दिखाया।
ये 5 क्रिकेटर्स कैंसर को दे चुके हैं मात
1. युवराज सिंह
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने 2011 वर्ल्ड कप में जबरदस्त प्रदर्शन किया था लेकिन उस टूर्नामेंट में युवराज एक अनजान बीमारी से भी जूझ रहे थे। वर्ल्ड कप खत्म होने के बाद पता चला कि उन्हें कैंसर है, जिसके बाद वह 2012 में इलाज के लिए अमेरिका चले गए। वहां सफल इलाज के बाद युवराज ने इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की और आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2012 में भी टीम इंडिया की तरफ से खेलते नजर आए।
2. योगराज सिंह
बेटे युवराज सिंह के कैंसर से ठीक होने के बाद, 2014 में उनके पिता और पूर्व भारतीय क्रिकेटर योगराज सिंह भी कैंसर का शिकार हो गए थे। दरअसल योगराज को गले का कैंसर हो गया था और उन्होंने भी अपना इलाज अमेरिका में ही करवाया था। कैंसर जैसी बीमारी को मात देने के बाद योगराज ने फिल्मों में वापसी की, साथ ही अपनी क्रिकेट अकादमी में कोचिंग देना भी शुरू किया।
3. मैथ्यू वेड
ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड क्रिकेट में आने से पहले ही कैंसर से पीड़ित थे। दरअसल, 16 साल की उम्र में वेड की कमर में चोट लग गई थी। उस चोट का इलाज कराने वह डॉक्टर के पास गए तब पता चला कि उन्हें टेस्टिकुलर कैंसर है। इसके बाद, वेड ने अपना इलाज कराया और 2011 में ऑस्ट्रेलिया के डेब्यू किया।
4. डेव कैलाघन
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व ऑलराउंडर डेव कैलाघन को साल 1991 में पता चला कि वह टेस्टिकुलर कैंसर से पीड़ित हैं। इसकी वजह से उन्हें 1992 में विश्व कप से बाहर होना पड़ा था। कैंसर का इलाज कराने के बाद कैलाघन ने एक साल बाद दोबारा वापसी की।
5. एश्ले नॉफके
ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एश्ले नॉफके को हिप इंजरी हुई थी। उसी के इलाज के दौरान पता चला था कि उन्हें स्किन कैंसर है। इसके बाद, नॉफके की सर्जरी की गई और कुछ समय बाद वह ठीक हो गए। कैंसर से ठीक होने के बाद उन्होंने मैदान पर वापसी की थी, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम में वापसी नहीं कर पाए थे और फिर कुछ समय बाद संन्यास ले लिया था।