भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर खिलाड़ी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने टी20 फॉर्मेट की वजह से टेस्ट क्रिकेट पर पड़ने वाले असर को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। युवराज सिंह के मुताबिक जब खिलाड़ियों को बिना कोई इंटरनेशनल मुकाबला खेले काफी ज्यादा पैसे मिल रहे हैं तो फिर वो टेस्ट फॉर्मेट क्यों खेलना चाहेंगे।
दरअसल आईपीएल में प्लेयर्स को काफी ज्यादा पैसे मिलते हैं। अगर किसी युवा क्रिकेटर ने इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन उसके अंदर वो स्किल है तो फिर उसे टीमें काफी ज्यादा रकम देकर हासिल कर लेती हैं। आईपीएल में सिर्फ एक मैच के लिए खिलाड़ियों को काफी ज्यादा पैसे मिल जाते हैं।
टी20 की वजह से कोई टेस्ट क्रिकेट खेलना ही नहीं चाहता है - युवराज सिंह
युवराज सिंह के मुताबिक टी20 की वजह से ही टेस्ट क्रिकेट खत्म हो रहा है। उन्होंने स्पोर्ट्स 18 पर बातचीत के दौरान कहा "टेस्ट क्रिकेट मर रहा है। लोग टी20 क्रिकेट देखना चाहते हैं और खेलना चाहते हैं। कोई पांच दिन का क्रिकेट खेलकर पांच लाख क्यों लेगा जब उसे टी20 क्रिकेट खेलने के लिए 50 लाख मिल रहे हैं। जिन खिलाड़ियों ने अभी तक इंटरनेशनल क्रिकेट भी नहीं खेला है उन्हें भी 7-10 करोड़ रुपए मिल रहे हैं।"
युवराज सिंह ने इससे पहले अपने टेस्ट करियर को लेकर भी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा कि उन्हें टेस्ट प्रारूप में उतने मौके नहीं मिले। युवराज सिंह के मुताबिक अगर आप उस दौर की तुलना आज के दौर से करें तो आप देख सकते हैं कि खिलाड़ियों को 10-15 मैच मिलते हैं। आप उस दौर को देखें, आप वैसे ही ओपन कर सकते हैं जैसे वीरू ने इसे शुरू किया था। उसके बाद द्रविड़, सचिन, गांगुली और लक्ष्मण। मैंने लाहौर में शतक बनाया और अगले टेस्ट में मुझे ओपनिंग करने के लिए कहा गया।