युवराज सिंह हाल ही में युजवेंद्र चहल के खिलाफ जातिसूचक शब्द कहने के लिए काफी आलोचना का शिकार हो रहे हैं। इस बीच उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई जा चुकी है और युवराज सिंह ने इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। युवराज सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए भावनाओं को आहत करने के लिए माफी मांगी है।
दलित एक्टिविस्ट और वकील रजत कलसन ने पुलिस में युवराज सिंह के खिलाफ जातिसूचक शब्द कहने के लिए शिकायत दर्ज कराई।
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युवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा,
"यह साफ करना चाहूंगा कि मैं किसी भी तरह के भेदभाव में यकीन नहीं रखता हूं। मैंने अपनी पूरी जिंदगी लोगों की भलाई के लिए लगाई है। मैं जिंदगी की गरिमा को समझता हूं और बिना किसी एक्सेप्शन के सभी की इज्जत भी करता हूं। मैं समझता हूं कि अपने दोस्त के साथ बातचीत में मेरी बात को गलत तरीके से समझा गया। हालांकि एक जिम्मेदार भारतीय होने के नाते मैंने किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, तो मैं माफी मांगना चाहूंगा। भारत और यहां के लोगों के लिए मेरा प्यार हमेशा रहेगा।"
रोहित शर्मा के साथ बातचीत में युवराज सिंह ने किया था जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल
अप्रैल में युवराज सिंह और रोहित शर्मा एक साथ लाइव आए थे। वहां पर युजवेंद्र चहल के टिकटॉक वीडियो का टॉपिक निकला। इसके बाद युवराज सिंह ने कहा कि 'ये....लोगों को काम नहीं है, ये यूजी और कुलदीप को। ' वहीं रोहित शर्मा ने भी युजवेंद्र चहल को लेकर कहा था ' यूजी को देखो क्या वीडियो डाला है अपनी फैमिली के साथ। मैंने उसको वही बोला कि अपने बाप को नचा रहा है, पागल तो नहीं है तू।'
हालांकि कुछ दिन पहले ही ट्विटर पर इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया और एक ट्रेंड चलने लगा, जिसमें हैशटैग चलाया गया युवराज सिंह माफी मांगो। फैंस ने युवराज सिंह और रोहित शर्मा दोनों की कड़ी आलोचना की। युवी की आलोचना तो जातिसूचक शब्द कहने के हुई और रोहित शर्मा इसलिए आलोचना का शिकार हुए, क्योंकि वो यह सब सुनने के बाद कुछ बोलने की जगह हंस रहे थे।
युवराज सिंह ने अब माफी मांग ली है, तो निश्चित ही अब इस विवाद पर विराम लग जाना चाहिए। आपको बता दें कि भारत में चल रहे लॉकडाउन के कारण खिलाड़ी इस समय घर पर ही हैं और इसी वजह से कुछ खिलाड़ी इंस्टाग्राम पर लाइव आकर अपना समय बिता रहे हैं।