भारतीय राष्ट्रीय चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद ने युवराज सिंह को श्रीलंका के खिलाफ वन-डे सीरीज के लिए नहीं चुनने को लेकर कहा है कि उन्हें बाहर नहीं किया गया है बल्कि अन्य खिलाड़ियों को चेक करने के लिए आराम दिया गया है।
बकौल एमएसके प्रसाद "युवराज सिंह को टीम से बाहर नहीं किया गया है, आराम दिया गया है। हमने एक नीति बनाई है, जिसके तहत अगले 4 से 5 महीनों के दौरान कुछ कुछ खिलाड़ियों को मौका दिया जाएगा।" हाल ही में हुई एक प्रेस वार्ता में प्रसाद ने यह बातें कही है।
गौरतलब है कि जून में इंग्लैंड में हुई आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी और वेस्टइंडीज दौरे पर युवराज टीम इंडिया में थे लेकिन दोनों में उनका प्रदर्शन ठीक नहीं रहा था। प्रसाद ने यह भी कहा कि 2019 विश्वकप को ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों को बदलकर टीम चयन करने की प्रक्रिया चल रही है।
एमएसके प्रसाद ने कहा "4 से 5 महीनों के समय के बाद यह पता चलेगा कि 2019 विश्वकप के लिए कौन प्रतियोगिता में है। युवराज और सुरेश रैना के लिए दरवाजे बंद नहीं हुए हैं लेकिन हम 2019 विश्वकप के लिए सख्त फिटनेस पैरामीटर बना रहे हैं। कोई भी खिलाड़ी फिटनेस पैरामीटर्स में फ़ैल होता है, उस पर विचार नहीं किया जाएगा।"
भारत ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में मेजबान टीम को क्लीन स्वीप कर इतिहास रचा है। सीमित ओवर सीरीज के लिए टीम की घोषणा रविवार को ही की गई है। भारतीय टीम में जून से शामिल रहे युवराज सिंह और दिनेश कार्तिक को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया और केएल राहुल के अलावा मनीष पांडे की वापसी हुई है।
उल्लेखनीय है कि फिटनेस को लेकर राष्ट्रीय चयनकर्ता के शब्द बहुत ही साफ़ थे। युवराज सिंह और सुरेश रैना को हाल ही में बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में फिटनेस पर काम करते हुए देखा गया है। इसके बाद से यह बातें सामने आ रही थी कि रैना को श्रीलंका भेजा जा सकता है।