आईपीएल में आरसीबी के दिग्गज स्पिनर युजवेंद्र चहल ने एक बड़ी प्रतिक्रिया दी है। युजवेंद्र चहल ने कहा है कि आरसीबी की कमजोरी हमेशा उनकी डेथ ओवरों में गेंदबाजी रही है। चहल ने कहा कि टीम को 30 प्रतिशत मैचों में हार आखिरी 3 ओवरों में मिली है।
आकाश चोपड़ा के साथ बातचीत में युजवेंद्र चहल ने बताया कि डेथ ओवर्स में अपनी इस कमजोरी को दूर करने के लिए आरसीबी ने क्या-क्या किया है। आकाश चोपड़ा ने युजवेंद्र चहल से पूछा कि विराट कोहली, एबी डीविलियर्स और खुद उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का परफॉरमेंस पिछले 3 साल अच्छा नहीं रहा। क्या आपको इससे झुंझलाहट नहीं होती है।
इस पर युजवेंद्र चहल ने कहा कि टीम मैनेजमेंट ने हमेशा इस कमजोरी को दूर करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा,
ये हमेशा हमारे दिमाग में रहता है कि हमें अगला कदम क्या उठाना चाहिए। मैं 6 साल से आरसीबी के लिए खेल रहा हूं लेकिन ये प्रॉब्लम बरकरार है। सिर्फ एक साल हमारी ये कमजोरी नहीं थी जब मिचेल स्टार्क हमारी डेथ ओवर बॉलिंग का हिस्सा नहीं थे। 16 या 17 ओवर तक हम अच्छी गेंदबाजी करते हैं लेकिन मेरे हिसाब से आखिरी 3 ओवरों में खराब गेंदबाजी की वजह से हमें कम से कम 30 प्रतिशत मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।
युजवेंद्र चहल ने आगे कहा,
अगर 16 ओवर के बाद एक टीम को आप 130 रन ही बनाने देते हैं तो फिर आप सोचते हैं कि 160 या 170 से ज्यादा रन नहीं बनेंगे। लेकिन हमारे साथ ऐसा हुआ है कि इन आखिर के 3 ओवरों में विरोधी टीम ने काफी रन बनाए और 190 या 200 का टार्गेट बनाने में सफल रहे। इन 3 ओवरों की वजह से अचानक काफी कुछ चेंज हो जाता है। हालांकि इस साल मेरे हिसाब से गेंदबाजी में कई विकल्प हैं। नवदीप सैनी थोड़ा अनुभवी हो गए हैं, डेल स्टेन हमारे पास हैं और क्रिस मॉरिस और उमेश यादव भी हमारी टीम में हैं।
आरसीबी ने अभी तक एक बार भी आईपीएल का खिताब नहीं जीता है
आपको बता दें कि आरसीबी ने अभी तक एक बार भी आईपीएल का खिताब नहीं जीता है और इसका सबसे बड़ा कारण उनकी कमजोर गेंदबाजी रही है। इस बार जरुर वो अपनी इस कमी को पूरा करना चाहेंगे।
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