भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान अपने करियर में सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी दोनों की कप्तानी में खेले हैं। उन्होंने दोनों कप्तानों की तुलना की है और बताया कि भारत को हर दशक में एक अच्छा कप्तान मिला ही है। उन्होंने यह गौरव कपूर के साथ यूट्यूब शो के दौरान बातचीत में कहा।
सौरव गांगुली की कप्तानी की तारीफ करते हुए जहीर खान ने कहा,
"एक खिलाड़ी को करियर की शुरुआत में जिस प्रकार के समर्थन की जरूरत होती है, वो सौरव गांगुली से मिला था। इसके बाद यह एक खिलाड़ी के ऊपर ही है, वो अपने करियर को किस तरफ लेकर जाते हैं। शुरुआती सपोर्ट काफी महत्वपूर्ण होता है।"
इसके बाद जहीर खान ने भी बताया कि किस तरह जब धोनी की कप्तानी में युवा खिलाड़ी आए, तो उन्होंने किस तरह से उनका समर्थन किया। धोनी को लेकर जहीर खान ने कहा,
"महेंद्र सिंह धोनी को जब कप्तानी मिली, तो टीम में काफी अनुभवी खिलाड़ी थे। हालांकि जब सीनियर प्लेयर्स ने संन्यास लेना शुरू किया, उसके बाद उन्होंने युवा खिलाड़ियों को सपोर्ट करना शुरू किया। उन्होंने युवा प्लेयर्स के साथ वो ही काम किया, जो दादा ने हमारे साथ किया था। एक कप्तान में यह काबिलियत होनी चाहिए कि वो टीम को आगे लेकर जा पाए।"
जहीर खान भारतीय टीम के सबसे सफल गेंदबाजों में एक और 2011 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को मिली खिताबी जीत में जहीर खान का योगदान काफी अहम रहा था। जहीर खान टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में शाहिद अफरीदी के साथ सयुंक्त रूप से पहले नंबर पर थे। जहीर खान ने 9 मैचों में 21 विकेट लिए थे।
इसके अलावा जहीर खान 2003 और 2007 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा भी थे और दोनों ही वर्ल्ड कप में वो भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी थे। धोनी और गांगुली को लेकर जहीर खान ने जो समानता बताई है, वो काफी हद तक सही है। दोनों ही कप्तानों ने युवा खिलाड़ियों को काफी सपोर्ट किया, जिन्होंने भारत के लिए काफी अच्छा प्रदर्शन किया।
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