भारतीय टीम मौजूदा समय में जिम्बाब्वे दौरे (ZIM vs IND) पर है। इस दौरे पर टीम की कमान केएल राहुल (KL Rahul) के हाथों में हैं, जिन्होंने 2016 में जिम्बाब्वे में ही हरारे के मैदान पर वनडे और टी20 डेब्यू किया था। दाएं हाथ के बल्लेबाज का वनडे डेब्यू यादगार रहा था और उन्होंने उस मुकाबले में 100 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई थी। उन्हें शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच भी चुना गया था।
एक बार फिर राहुल हरारे के मैदान में खेलने को तैयार हैं। इस बार वह कप्तान बनकर आये हैं और तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम को विजय दिलाना चाहेंगे।
सीरीज के शुरुआत से पहले राहुल ने दोबारा उसी मैदान में आने और देश की कप्तानी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
यह एक बहुत ही खास एहसास है। इस मैदान से बहुत अच्छी यादें। मेरा वनडे और टी20 डेब्यू यहीं हरारे में हुआ। उम्मीद है, मैं उन यादों कुछ और जोड़ सकता हूँ, इतने सालों के बाद यहां वापस आना और अपने देश का नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त करना बहुत ही सुखद है। एक व्यक्ति के रूप में, आप देखते हैं कि आप एक खिलाड़ी के रूप में कितने आगे बढ़े हैं।
कप्तान के तौर पर छाप छोड़ना चाहेंगे राहुल
केएल राहुल के लिए भारत की कप्तानी अभी तक कुछ खास नहीं रही है। उन्होंने अभी तक एक टेस्ट और तीन वनडे में भारतीय टीम की कमान संभाली है लेकिन अभी तक टीम को एक भी जीत नसीब नहीं हुई है। ऐसे में उनके ऊपर काफी निगाहें रहने वाली हैं। इससे पहले दौरे के लिए शिखर धवन को कप्तान बनाया गया था, जो वेस्टइंडीज में सीरीज जीतने में सफल रहे थे लेकिन राहुल की वापसी के कारण उन्हें कप्तानी से हटाकर उपकप्तान बना दिया गया।