यूरोप के दौरे पर गई ज़िम्बाब्वे की टीम ने नीदरलैंड्स को तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज में 2-1 से हरा दिया। नीदरलैंड्स के पास एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय खेलने का दर्ज़ा नहीं प्राप्त है, इसी वजह से इन मैचों को अंतर्राष्ट्रीय का दर्ज़ा नहीं मिला। पहले दो मैच जीतने वाली ज़िम्बाब्वे को तीसरे मैच में मेजबान टीम के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा। सीरीज का पहला और दूसरा मैच अम्सतलवीन और तीसरा मैच द हेग में खेला गया। 20 जून को पहले मैच में ज़िम्बाब्वे ने नीदरलैंड्स को 6 विकेट से हराया। नीदरलैंड्स ने सिर्फ 142 बनाये, जिसके जवाब में ज़िम्बाब्वे ने 31वें ओवर में 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया था। टेंडाई चटारा ने 5 और क्रिस्टोफर म्पोफु ने 3 विकेट लिए थे। नीदरलैंड्स की तरफ से लोगन वैन बीक ने 64 रनों की बढ़िया पारी खेली थी। 22 जून को खेले गए दूसरे मुकाबले में नीदरलैंड्स ने स्टीफन मायबर्ग (77) और वेस्ली बरेसी (67) के अर्धशतकों की बदौलत 291/6 का बढ़िया स्कोर बनाया था। जवाब में ज़िम्बाब्वे की पारी के दौरान बारिश आ गई और उन्हें 37 ओवरों में 229 रन बनाने का लक्ष्य मिला और इसे ज़िम्बाब्वे ने सोलोमन मीर (82) और क्रेग एर्विन (77) की शानदार पारियों की बदौलत 36 ओवर में 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। हालांकि इस मुकाबले में एक विवाद भी हुआ, जब स्टीफन मायबर्ग को रयान बर्ल ने बाउंड्री पर कैच लपककर आउट किया, लेकिन तस्वीरों में साफ़ दिख रहा था कि बर्ल का पैर कैच लेते समय बाउंड्री लाइन के बाहर था और इसके बावजूद मायबर्ग आउट हुए। मैच के बाद बर्ल ने मायबर्ग और नीदरलैंड्स के फैन्स से माफ़ी मांगी। आज खेले गए तीसरे मुकाबले में नीदरलैंड्स ने पिछली दोनों हार का बदला लिया और ज़िम्बाब्वे को 149 रनों से बुरी तरह हरा दिया। नीदरलैंड्स के 279 रनों के जवाब में मेहमान टीम सिर्फ 130 रनों पर ढेर हो गई। नीदरलैंड्स के लिए माइकल रिपन ने 71 रनों की उम्दा पारी खेली थी। ज़िम्बाब्वे के लिए म्पोफु ने 4 विकेट लिए थे। डच टीम के लिए शेन स्नैटर और रुलोफ़ वैन डर मर्व ने 3-3 विकेट लिए। सीरीज में सबसे ज्यादा 124 रन स्टीफन मायबर्ग ने बनाये। क्रिस्टोफर म्पोफु ने सबसे ज्यादा 7 विकेट लिए। ज़िम्बाब्वे की टीम अब श्रीलंका के दौरे पर जाएगी, जहाँ उन्हें 5 एकदिवसीय और 1 टेस्ट मैच खेलना है।