पोर्ट एलिज़ाबेथ में 26 से 29 दिसम्बर तक दक्षिण अफ्रीका और ज़िम्बाब्वे के बीच इतिहास का पहला चार दिवसीय टेस्ट मैच खेला जाएगा और ज़िम्बाब्वे ने इस मैच के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है। ग्रेम क्रीमर की कप्तानी में टीम ऐतिहासिक बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलेगी। गौरतलब है कि अक्टूबर में हुई आईसीसी की बैठक में चार दिवसीय टेस्ट को मंजूरी दी गई थी। ज़िम्बाब्वे की टीम में दो नए खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। 9 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय खेल चुके रयान बर्ल और पांच प्रथम श्रेणी मैच खेल चुके ब्लेसिंग मुज़राबानी को पहली बार टेस्ट टीम में शामिल किया गया है। ज़िम्बाब्वे ने इससे पहले अक्टूबर-नवम्बर में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली थी, जहाँ उन्हें 0-1 से हार का सामना करना पड़ा था। उस टीम में से माइकल चिनुया और विकेटकीपर न्याशा मयोवो को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। चार दिवसीय टेस्ट से पहले ज़िम्बाब्वे की टीम क्रिकेट साउथ अफ्रीका इनविटेशन XI के खिलाफ 20 दिसम्बर से तीन दिवसीय अभ्यास मैच भी खेलेगी। इस एकमात्र टेस्ट के बाद दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी, वहीं ज़िम्बाब्वे की टीम फरवरी में यूएई के दौरे पर जाएगी जहाँ उनका सामना पांच मैचों की एकदिवसीय और दो मैचों की टी20 सीरीज में अफ़ग़ानिस्तान से होगा। चार दिवसीय डे-नाईट टेस्ट के लिए ज़िम्बाब्वे की टीम: ग्रेम क्रीमर (कप्तान), हैमिल्टन मासाकाद्ज़ा, ब्रेंडन टेलर, क्रेग एर्विन, चामू चिभाभा, रेगिस चकाब्वा, सिकंदर रज़ा, रयान बर्ल, टेंडई चटारा, ब्लेसिंग मुज़राबानी, टेंडई चिसोरो, पीटर मूर, सोलोमन मीरे, काइल जार्विस और क्रिस्टोफर म्पोफु।