विदेशी सरज़मीं पर ज़िम्बाब्वे की तीनों जीत की झलकियां

ज़िम्बाब्वे ने रचा इतिहास
ज़िम्बाब्वे ने रचा इतिहास

#1 2018 सिलहट टेस्ट बनाम बांग्लादेश

2018
2018

1998 और 2001 के बाद ज़िम्बाब्वे क्रिकेट टीम को विदेशी सरज़मीं पर जीत के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ा और आख़िरकार 17 सालों बाद इस टीम ने एक बार फिर घर से बाहर टेस्ट जीत हासिल की। इत्तेफ़ाक ये है कि ज़िम्बाब्वे को ये तीनों ही जीत नवंबर के महीने में मिली है। सिलहट में खेले गए इस मैच में जीत के हीरो अनुभवी शॉन विलियम्स और अपना पहला मैच खेल रहे लेग ब्रेक गेंदबाज़ ब्रैंडन मवुटा रहे।

ज़िम्बाब्वे ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया और शॉन विलियम्स के शानदार 88 रनों की बदौलत पहली पारी में 288 रन बनाए। बांग्लादेश की तरफ़ से तैजुल इस्लाम को 6 विकेट हासिल हुए, हालांकि बल्लेबाज़ी में मेज़बान टीम पूरी तरह से बिखर गई और सिर्फ़ 143 रनों पर ढेर हो गई। टेंडई चतारा और सिकंदर रज़ा को तीन-तीन विकेट हासिल हुए। ज़िम्बाब्वे ने अपनी दूसरी पारी में 181 रन ही बनाए, जिसमें तैजुल इस्लाम ने 5 विकेट अपने नाम किए। इस तरह से बांग्लादेश के सामने जीत के लिए मेहमानों ने 321 रनों का लक्ष्य दिया, जिसका पीछा करते हुए बांग्लादेश की पूरी टीम 169 रनों पर ही ढेर हो गई। मेहमान टीम की ओर से मवुता ने दूसरी पारी में 4 विकेट झटके और ज़िम्बाब्वे को 151 रनों की जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की। जबकि पहली पारी में संकट के समय 88 रन बनाने वाले शॉन विलियम्स को 'मैन ऑफ़ द मैच' का पुरस्कार मिला।

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