बुलावायो में दूसरे और अंतिम टेस्ट मुकाबले (ZIM vs WI) में वेस्टइंडीज ने ज़िम्बाब्वे को एक पारी और 4 रनों से हराते हुए 1-0 से सीरीज पर कब्जा जमाया। तीसरे दिन ज़िम्बाब्वे अपनी दूसरी पारी में 173 के स्कोर पर सिमट गई और मुकाबला हार गई। इससे पहले आज वेस्टइंडीज की पहली पारी 292 रनों पर सिमट गई थी और टीम को 177 रनों की बढ़त मिली थी। वेस्टइंडीज के गेंदबाज गुडाकेश मोती को मैच में 13 विकेट के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया, वहीं 19 विकेट के साथ प्लेयर ऑफ़ द सीरीज भी बने।
आज मैच मैदान के गीले होने की वजह से देरी से शुरू हुआ। खेल जब शुरू हुआ तो कल के स्कोर 290/8 में वेस्टइंडीज की टीम महज 2 रन ही जोड़ पाई और उनके शेष दोनों विकेट गिर गए। जेसन होल्डर 3 और गुडाकेश मोती 12 रन बनाकर आउट हुए। शैनन गेब्रियल बिना खाता खोले नाबाद रहे। ज़िम्बाब्वे के विक्टर न्यौची ने शानदार गेंदबाजी करते हुए अपने करियर में पहली बार पांच विकेट चटकाए।
दूसरी पारी खेलने उतरी ज़िम्बाब्वे की शुरुआत खराब रही। ओपनर तनुनुरवा मकोनी दूसरी पारी में भी कुछ खास नहीं कर पाए और महज 1 रन बनाकर अल्जारी जोसेफ का शिकार बने। चामु चिभाभा 1 रन बनाकर 15 के स्कोर पर जेसन होल्डर की गेंद पर बोल्ड हो गए। ज़िम्बाब्वे ने लंच तक 14 ओवर में 46/2 का स्कोर बना लिया था। इनोसेंट काइया 40 और कप्तान क्रेग एर्विन 4 रन बनाकर नाबाद थे।
दूसरे सत्र की शुरुआत में काइया 43 रन के निजी स्कोर पर चलते बने। मिल्टन शुम्भा ने 7 रन बनाये। गुडाकेश मोती की गेंदबाजी में कुछ और विकेट गिरे। इस तरह टीम ने चाय तक 45 ओवर में 158/7 का स्कोर बना लिया था। एर्विन 69 और ब्रैंडन मवुटा 9 रन बनाकर नाबाद थे। ज़िम्बाब्वे अभी भी वेस्टइंडीज की बढ़त से 19 रन पीछे थी।
चाय के बाद, ज़िम्बाब्वे की टीम ज्यादा देर नहीं टिक पाई। कप्तान एर्विन 72 रन बनाकर मोती का पांचवां शिकार बने। वहीं, विक्टर न्यौची आखिरी विकेट के रूप में 2 रन बनाकर आउट हुए। इस तरह ज़िम्बाब्वे की पूरी टीम 47.3 ओवर में 173 रन बनाकर सिमट गई। वेस्टइंडीज के गुडाकेश मोती ने घातक गेंदबाजी करते हुए छह विकेट चटकाए।
इससे पहले ज़िम्बाब्वे ने अपनी पहली पारी में 115 रन बनाये थे। उसमें दौरान भी गुडाकेश मोती ने सात विकेट चटकाए थे। दोनों टीमों के बीच पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था लेकिन यह मुकाबला जीतकर वेस्टइंडीज ने सीरीज अपने नाम कर ली है।