दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज जुबैर हमजा (Zubayr Hamza) को आईसीसी ने डोपिंग उल्लंघन के आरोप में निलंबित कर दिया है। हमजा इस साल की शुरुआत में किये गए डोपिंग टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका का कहना है कि उन्होंने स्वैच्छिक निलंबन लिया था। मार्च में दक्षिण अफ़्रीकी बोर्ड ने कहा था कि हमजा आईसीसी की जांच में सहयोग कर रहे हैं।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने मामले पर कहा था कि ज़ुबैर पॉजिटिव डोपिंग टेस्ट पर विवाद नहीं कर रहे हैं, आईसीसी के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। वह आईसीसी को लिखित में देने के बाद तुरंत स्वैच्छिक निलंबन के लिए गए थे। हमजा के प्रतिबन्ध को बरकरार रखने के साथ ही अब आईसीसी की जांच समाप्त हो गई है।
आईसीसी ने कहा कि हमजा ने 17 जनवरी 2022 को टेस्ट के लिए नमूना दिया था। जिसमें वाडा की प्रतिबंधित सूची में शामिल फ्यूरोसेमाइड पाया गया था। बैन को मार्च 2022 से माना गया है। ऐसे में हमजा दिसम्बर में वापसी के लिए तैयार होंगे। आईसीसी ने अपने बयान में यह भी कहा कि जनवरी 2022 से लेकर मार्च तक इस खिलाड़ी के व्यक्तिगत प्रदर्शनों को योग्य घोषित किया गया है। इस दौरान हमजा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ फरवरी में टेस्ट मुकाबला खेला था।
![दिसम्बर तक वह वापसी के लिए योग्य होंगे](https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/05/61be0-16528070033044-1920.jpg?w=190 190w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/05/61be0-16528070033044-1920.jpg?w=720 720w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/05/61be0-16528070033044-1920.jpg?w=640 640w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/05/61be0-16528070033044-1920.jpg?w=1045 1045w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/05/61be0-16528070033044-1920.jpg?w=1200 1200w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/05/61be0-16528070033044-1920.jpg?w=1460 1460w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/05/61be0-16528070033044-1920.jpg?w=1600 1600w, https://statico.sportskeeda.com/editor/2022/05/61be0-16528070033044-1920.jpg 1920w)
आईसीसी ने यह भी कहा कि हम डोपिंग को लेकर जीरो टोलरेंस की नीति के तहत काम करते हैं। क्रिकेट को क्लीन रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। यह अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के एक चेतावनी है कि वे अपने शरीर में कुछ भी लेते हैं, उसके लिए जिम्मेदार हैं।
गौरतलब है कि डोपिंग को लेकर आईसीसी का रवैया सख्त रहा है। इसके अलावा खेल में करप्शन को लेकर भी आईसीसी ने कड़ा रुख अपनाया है। पिछले कुछ वर्षों में यह सख्ती और ज्यादा देखने को मिली है।