आईएसएल का तीसरा सीजन शुरू होने में अब एक दिन का वक्त ही बचा है और फैंस अपनी पसंदीदा टीम को फुटबॉल की इस खिताबी जंग में देखने को बेताब हैं। बावजूद इसके की लीग को शुरु हुए महज़ 2 ही सीज़न हुए हैं , लीग में काफी सारे टैलेंटिड खिलाड़ी हिस्सा ले चुके हैं। इसके अलावा लीग में कई सारे अच्छे टैलेंटेड भारतीय और विदेशी खिलाड़ी शामिल हुए हैं। जैसे की हम ISL सीज़न 3 के बिल्कुल करीब हैं तो आईए नजर डालते हैं कि वो कौन 5 खिलाड़ी हैं जो इस बार ISL में डेब्यू करेंगे और निश्चित ही अपना प्रभाव छोड़ेंगे।
- डिएगो फोर्लैन
इंडियन सुपर लीग के तीसरे सीजन में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों में सबसे बड़ा नाम डिएगो फोर्लैन का है। मुम्बई सिटी एफसी ने अपने पहले दोनों सीजन में निकोलस एनेल्का को टीम में शामिल किया था, और अब उरुग्वे के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी को टीम में जगह देकर ये जाहिर कर दिया वो बड़े खिलाड़ियों के साथ इस लीग में अपना दम दिखाएगी। 2010 वर्ल्ड कप में गोल्डन बॉल पर कब्जा जमाने वाला ये स्टार खिलाड़ी इस टीम में अपनी छाप छोड़ने में जरूर कामयाब होगा। ये देखना बेहद दिलचस्प होगा कि कैसे ये पूर्व मैनचेस्टर यूनाइटिड और एटलेटिको मैड्रिड खिलाड़ी मुम्बई सिटी एफसी का भाग्य बदलता है, क्योंकि इस लीग में अब तक मुम्बई एक बार भी सेमीफाइनल का टिकट कटाने में कामयाब नहीं हो पाई। पूर्व भारतीय कप्तान और सबसे ज्यादा गोल दागने का कारनामा करने वाले सुनील छेत्री और फोर्लैन को एक साथ खेलते देखना भारतीय प्रशंसकों के लिए ये किसी दावत से कम नहीं होगा। अपने करियर में क्लब और देश के लिए करीब 225 गोल दागने वाला, उरुग्वे स्टार अपनी तकनीक और प्रतिभा से मुम्बई को लीग मुकाबलों से आगे ले जाने के लिए प्रयास करेगा।
- रूबेन गोंजालेज रोशा
ये नाम शायद इतना लोकप्रिय नहीं है, लेकिन दिल्ली के प्रशंसक बेसब्री से इस खिलाड़ी को मैदान में देखने के लिए इंतजार कर रहे हैं। दिल्ली डायनामोज के सेंटर बैक प्रतिष्ठित रियल मैड्रिड से आते हैं जिन्होंने 87 मैच खेले हैं। और क्लब बी के लिए 4 गोल भी किए हैं। इस स्पेनिश खिलाड़ी को अंडर-16 और अंडर-21 में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का गौरव हासिल है, लेकिन उसके अलावा कुछ और नहीं कर पाए। ओसासुना, सेल्टा विगो, मलोरका और रियल ज़ारागोज़ा जैसे क्लब के लिए खेलने के बाद, उनके पास स्पेन में अच्छा करियर बनाने का मौका है। दिल्ली को इस लीग में खिताब दिलाने के लिए अनस एनाथोडिगा के साथ तालमेल बिठाना चाहेंगे। दिल्ली के साथ करार करने वाला स्पेन का ये दूसरा विदेशी खिलाड़ी है, जिस पर टीम का डिफेंस मजबूत करने की जिम्मेदारी रहेगी।
- डकेन्स नेजन
इस बार लीग में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए केरला ब्लास्टर्स की टीम ने कई बड़े खिलाड़ियों को टीम से जोड़ा हैं, जिसमें एक हैती के डकेन्स नेजन हैं । पेरिस में जन्मा महज 22 साल का ये खिलाड़ी इंडियन सुपर लीग की ब्लास्टर्स से जुड़ने से पहले ही तीन क्लबों से खेल चुका है। नेजन ज्यादातर फ्रांस में खेले हैं और उनकी तेज़ी और गोल करने की क्षमता ही कोच्ची की टीम सबसे बड़ी ताकत होगी । दिलचस्प बात ये है कि नेजन CONCACAF गोल्ड कप 2015 में 2 गोल करके अपने देश के हीरो बने थे और उनकी बदौलत ही हाइती कप के नॉकआउट दौर के लिए क्वालीफाई की थी। नेजन इसी साल कोपा अमेरिका में खेलने वाली अपने देश की टीम का भी हिस्सा थे। नेजन आईएसएल में खेलने वाले हाईती के 5वें खिलाड़ी बनने वाले हैं इससे पहले केरवेंस बेल्फोर्ट (केरला ब्लास्टर्स) , सोनी नोर्डे (मुंबई FC), यीन मॉरिस ( चेन्नइयन FC) और फ्रांस बर्टिन (मुंबई सिटी FC से ) ISL में खेल चुके हैं। 4. उदान्ता सिंह उदान्ता सिंह को भारतीय फुटबॉल में एक उभरते हुए सितारे के तौर पर देखा जा रहा है, जो कि काफी हद तक सही भी है। पिछले सत्र में बेंगलुरु एफसी ने दूसरा आई-लीग खिताब अपने नाम किया था, उस वक्त वो बेंगलुरु की लाइन-अप में नियमित खिलाड़ी थे। ये मणिपुरी खिलाड़ी मौजूदा कोच स्टीफन के नेतृत्व में नेशनल टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहा, और सुनील छेत्री और जेजे जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने का मजा उठा रहा है। इस खिलाड़ी की सबसे ताकत इसकी रफ्तार है जो विरोधियों के डिफेंस को ध्वस्त करती है। फुर्तीला होने के अलावा, उनकी गेंद पर भी अच्छी पकड़ है। मुम्बई सिटी के साथ हुए करार से, सुनील छेत्री और डिएगो फोर्लैन की जोड़ी को देखते हुए, उदान्ता सोना नोर्ड के साथ एक अच्छा मेल बना पाएंगे। 5. कीन लुइस कीन लुइस उन भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं जिनसे प्रभाव छोड़ने की काफी उम्मीद है और कीन की कहानी बाकी भारतीय खिलाड़ियों से बिलकुल अलग है। लुइस लेस्टर सिटी की अंडर 14 की टीम के साथ ट्रेनिंग की है और तब से लेकर अब तक वो यूएस, मेक्सिको और आई लीग खेल चुके हैं जबकि वो सिर्फ 24 साल के हैं। मोहन बगान की ओर से खेलते हुए लुइस ने काफी प्रेभाव छोड़ा और सोनी नोर्डे को बैकअप देने के साथ-साथ टीम को तेजी दी और विपक्षी टीम का डिफेंस भेदने में काफी मदद की। कीन एक ऐसे आक्रामक मिडफील्डर हैं जिसके पास विंग्स पर खेलने की क्षमता है , गेंद पर गजब का नियंत्रण लुइस की सबसे बड़ी ताकत है जिसकी वजय से वो शानदार खेल दिखाते हैं। लुइस के पास जिस तरह की क्षमता है उससे निश्चित ही वो उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिनपर इस ISL में सबकी नजर टिकी है। युवाओं का मार्गदर्शन करने के लिए दिल्ली डायनामोज के पास फ्लोरेंट मैलूडा के रूप में एक बेहद सटीक कोच हैं जो कि खुद भी एक स्टाइलिश विंगर हैं। अपने दिन पर कीन किसी भी टीम की रक्षापंक्ति की जान बनकर खड़े रह सकते हैं इसलिए दिल्ली को इस ISL में कीन से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है।