फ्रांस की फुटबॉल टीम ने स्पेन को 2-1 से हराकर UEFA नेशंस लीग का खिताब अपने नाम कर लिया है। इसके साथ ही फ्रांस फुटबॉल विश्व कप, यूरो कप और नेशंस लीग जीतने वाला पहला देश बन गया है। एक समय स्पेन और फ्रांस 1-1 की बराबरी पर थे, लेकिन 80वें मिनट में Mbappe के गोल ने फ्रांस को खिताब दिला दिया।
विवादित गोल से मिली जीत
फाइनल मुकाबले में पहले हाफ के अंदर दोनों ही टीमें खाता नहीं खोल पाईं। दूसरे हाफ में खेल के दौरान 64वें मिनट में स्पेन के मिकेल ओयारजाबेल ने गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। स्पेन की टीम का जश्न ज्यादा देर नहीं चला और बेंजेमा ने शानदार गोल कर मैच 1-1 से बराबरी पर ला दिया। मुकाबले के 80वें मिनट में Mbappe ने गोल पोस्ट की बाईं तरफ से आते हुए गोल दागा। हालांकि स्पेन की टीम ने इस गोल को ऑफसाईड करार देने की मांग की लेकिन रैफरी ने माना कि Mbappe ऑफसाईड नहीं थे। हालांकि स्पेन की टीम इस फैसले से खुश नहीं दिखी। यह गोल निर्णायक साबित हुआ और फ्रांस ने अपना पहला नेशंस लीग खिताब जीत लिया। करीम बेंजेमा को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया जबकि स्पेन के कप्तान सर्गियो बुस्केट्स को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किया गया।
तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में इटली ने बेल्जियम को 2-1 से मात दी। इटली की ओर से बर्रेला और बेरार्डी ने गोल किए जबकि बेल्जियम के लिए इकलौता गोल 86वें मिनट में डी केटेलारे की ओर से आया लेकिन ये नाकाफी रहा।
नेशंस लीग पहली बार साल 2018 में खेली गई थी जिसे पुर्तगाल ने जीता था। नेशंस लीग यूरोपीय देशों के बीच होने वाली प्रतियोगिता है जिसमें टीमों को उनकी रैंकिंग के आधार पर चार डिविजन में बांटा जाता है। टॉप टीमें डिविजन ए में हैं और इन्हीं के बीच खिताबी मुकाबला होता है। अन्य तीन डिविजन की टीम के पास डिविजन के अंदर ही मुकाबले जीतकर ए डिविजन में प्रमोट होने का मौका होता है। इस टूर्नामेंट का उद्देश्य है कि यूरोप की सभी फुटबॉल फेडरेशन टीमों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आपस में खेलने का अधिक से अधिक मौका मिले।