फुटबॉल की दुनिया के सितारों का सऊदी अरब के क्लबों की तरफ जाने का सिलसिला बरकरार है। क्रिस्टियानो रोनाल्डो, करीम बेंजेमा, सादियो माने के बाद अब ब्राजील के स्टार फुटबॉल खिलाड़ी नेमार भी सऊदी अरब में खेलते दिखेंगे। नेमार सऊदी अरब के बड़े क्लब अल-हिलाल के लिए दो साल तक खेलेंगे। अल-हिलाल ने अपने सोशल मीडिया पर विशेष वीडियो जारी कर नेमार के क्लब में शामिल होने की पुष्टि की है।
नेमार अभी तक फ्रेंच क्लब पेरिस सेंट-जर्मेन का हिस्सा थे और उनके अल-हिलाल में जाने की कुल ट्रांसफर फीस 300 मिलियन यूरो बताई जा रही है। पीएसजी से नेमार की विदाई काफी समय से तय मानी जा रही थी। नेमार साल 2009 से 2013 तक ब्राजीली फुटबॉल क्लब सेंतोस का हिस्सा रहे। इसके बाद 2013 से 2017 तक वह बार्सिलोना के लिए खेलते रहे। साल 2017 में नेमार को पेरिस सेंट-जर्मेन ने साइन किया।
रोनाल्डो के फैसले से बदला फुटबॉल
पिछले साल नवंबर में पुर्तगाली फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो और इंग्लिश क्लब मैनचेस्टर यूनाईटेड ने अपने रास्ते अलग कर लिए थे। बड़ी कयासों के बाद दिसंबर 2022 में रोनाल्डो ने सऊदी अरब के क्लब अल-नस्र के साथ करार किया था। उस समय रोनाल्डो के आलोचकों ने उनके फैसले पर सवाल उठाया था और माना था कि वह यूरोप के 'बड़े' फुटबॉल क्लबों को छोड़कर सऊदी में जाकर अपना करियर खत्म कर लेंगे।
लेकिन पिछले कुछ महीनों में रोनाल्डो की राह पर करीम बेंजेमा, सादियो माने, कांते, रॉबर्टो फर्मिनो, रुबेन नेवेस जैसे बड़े खिलाड़ी चले और सऊदी अरब के क्लबों का हिस्सा बन गए और अब नेमार का नाम भी इस लिस्ट में जुड़ गया है। खुद लायोनल मेसी भी पीएसजी छोड़ अमेरिकी लीग का हिस्सा बन गए हैं। और ऐसे में क्लब फुटबॉल में यूरोप के दबदबे को बड़ी चुनौती मिल चुकी है।
फुटबॉल को बढ़ावा देने की कोशिश
सऊदी अरब ने इसी साल अपने देश में खेलों, खासकर फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष स्पोर्ट्स क्लब इन्वेस्टमेंट प्रोजेक्ट शुरु किया है। इसके तहत अल-नस्र, अल-हिलाल, अल-इत्तिहाद और अल-आहली, इन चारों फुटबॉल क्लबों का मालिकाना हक सऊदी अरब के पब्लिक इन्वेस्टमेंट फंड को मिल गया है।