टूर्नामेंट से भारतीय टीम के बाहर होने के बाद भी दर्शकों की संख्या ने इस विश्वकप में कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। पूरे टूर्नामेंट के दौरान 12 लाख 39 हजार 100 दर्शकों ने अलग-अलग मैदानों में जाकर खेल का आनंद उठाया, जो भारत की फुटबॉल में तेजी से बढ़ती लोकप्रियता का जीता जागता उदाहरण है।
इससे पहले 1985 में पड़ौसी देश चीन में 12 लाख 30 हजार 976 दर्शक आए थे। 2011 में मेक्सिको में हुए फीफा अंडर 17 विश्वकप में 10 लाख 2 हजार 314 दर्शक जुटे थे। आंकड़ों से साफ़ है कि भारत में फुटबॉल ने किस कदर एक नई स्फूर्ति भरी है।