2020 ओलंपिक्स पर ताइक्वांडो में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले हैदराबाद के दीपक पटेल की निगाहें

ताइक्वांडो का खेल कोरियाई मार्शल आर्ट्स के अंतर्गत आता है और इसमें पैरों से किक लगाने की तकनीक को बेहद अहम माना जाता है। ओलंपिक्स में पहली बार ताइक्वांडो को 1988 के सीओल ओलंपिक्स में शामिल किया गया था और उसके बाद 1992 के बार्सिलोना ओलंपिक्स में भी इसे जगह मिली। 2000 सिडनी ओलंपिक्स से इसे आधिकारिक तौर पर ओलंपिक्स में शामिल कर लिया गया और उसके बाद से लगातार यह खेल दुनिया के सबसे बड़े खेल इवेंट का हिस्सा रहा है।

2020 के टोक्यो ओलंपिक्स में भी ताइक्वांडो शामिल है और दो बार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले भारत के बी साई दीपक पटेल की निगाहें इसमें अपना कमाल दिखाने पर है। 19 जुलाई 1996 को हैदराबाद में जन्मे 22 वर्षीय दीपक ओलंपिक्स के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि वो इस खेल में भारत का नाम जरूर रोशन करेंगे। दीपक ताइक्वांडो के क्योरूगी और पुमसे में 72 kg के नीचे के वर्ग में खेलते हैं। ओलंपिक्स की तैयारियों को मद्देनज़र रखते हुए दीपक अगले साल ओलंपिक एथलीट लेवल कोर्स करने के लिए दक्षिण कोरिया भी जाएंगे।

नवंबर 2017 में दीपक ने ताइक्वांडो में एक मिनट में सबसे ज्यादा "एल्बो अटैक" का विश्व रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने एक मिनट में 142 स्ट्राइक के साथ यह रिकॉर्ड अपने नाम किया। इसके अलावा उन्होंने दिसंबर 2017 में तीन मिनट में एक पैर के घुटने से सबसे ज्यादा 175 स्ट्राइक के साथ अपना दूसरा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। यह दोनों रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में पहली बार शामिल किया गया और दीपक ने रिकॉर्ड बनाकर भारत के लिए इतिहास रचा। आने वाले दिनों में दीपक की निगाहें दो और गिनिज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने पर है।

दक्षिण कोरिया (कुकिवोन) के विश्व ताइक्वांडो हेडक्वार्टर्स से ब्लैक बेट हासिल करने वाले दीपक ने 2017 में काठमांडू में आयोजित इंडो-नेपाल ताइक्वांडो चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। मई 2017 में आयोजित 10 देशों की इंडियन इंटरनेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप में दीपक ने पांचवां स्थान हासिल किया था। हाल ही में दीपक ने मलेशिया में आयोजित क्लासिक इंटरनेशनल ओपन ताइक्वांडो चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था।

दीपक पिछले दो साल से जेआर इंटरनेशनल ताइक्वांडो अकादमी में 14 बार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले ग्रैंडमास्टर जयंत रेड्डी से ट्रेनिंग ले रहे हैं। आने वाले दिनों में 2020 टोक्यो और 2024 पेरिस ओलंपिक्स के अलावा दीपक की निगाहें यूएस ओपन 2018 और वर्ल्ड ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2019 पर भी है।

ताइक्वांडो में भारत के लिए शानदार उपलब्धियां हासिल करने वाले दीपक का कहना है कि वह मौकों का इंतज़ार नहीं करते, बल्कि उसे हासिल करते हैं। दीपक ने यह भी कहा कि नए खिलाड़ियों के लिए नाम और पहचान बनाना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि इससे स्पॉन्सरशिप और फंड मिलते हैं।

भारत में ताइक्वांडो जैसे कम प्रसिद्ध खेल में अपनी मेहनत के दम पर इतनी उपलब्धि हासिल करने वाले दीपक को हम ओलंपिक्स के लिए शुभकामनाएं देते हैं और यह भी उम्मीद करते हैं कि वह भारत के लिए टोक्यो और पेरिस में पदक जीतने में कामयाब हों।