बवासीर (Piles) hemorrhoids के लिए एक और शब्द है। इस बेचैनी का मुख्य कारण सूजन (swollen) और सूजे (inflamed) हुए ऊतकों और नसों को जाना जाता है। इसे सूजन, सूजे हुए ऊतकों के संग्रह के रूप में कहा जा सकता है जिसमें नीचे की गुदा नहर के अंदर या आसपास बढ़े हुए रक्त वाहिकाएं होती हैं। बवासीर का आकार अलग-अलग हो सकता है और गुदा के अंदर या बाहर दोनों जगह पाया जाता है। 45 से 50 वर्ष की आयु तक, लोगों द्वारा बवासीर के कुछ लक्षणों का अनुभव किया जा सकता है।
बवासीर आमतौर पर कब्ज की समस्या की वजह से ही होता है, जिसमें मोशन यानि मल त्याग के दौरान खून (Bleeding) निकलता है और साथ ही काफी दर्द (Pain) भी होता है। इतना ही नहीं तेज जलन, खुजली के साथ वहां सूजन भी आ जाती है जिससे बैठने, चलने में बहुत परेशानी होती है। खानपान की गलत आदतें पाइल्स की मुख्य वजहें हैं। तो अगर आप अपने खानपान का खास ध्यान रखें तो बहुत ही आसानी से आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
बवासीर होने के लक्षण : Piles Symptoms In Hindi
- मल त्याग करते वक्त तेज चमकदार रक्त का आना या म्यूकस का आना।
- एनस (गुदा) के आसपास सूजन या गांठ सी महसूस होना।
- एनस के आसपास खुजली का होना।
- मल त्याग करने के बाद भी ऐसा लगते रहना जैसे पेट साफ न हुआ हो।
- पाइल्स के मस्सों में सिर्फ खून आता है, दर्द नहीं होता।
- अगर दर्द है तो इसकी वजह है इंफेक्शन।
बवासीर के कारण – Possible Reason Behind It
- कब्ज पाइल्स की सबसे बड़ी वजह होती है।
- कब्ज होने की वजह से कई बार मल त्याग करते समय जोर लगाना पड़ता है और इसकी वजह से पाइल्स की शिकायत हो जाती है।
- ऐसे लोग जिनका काम बहुत ज्यादा देर तक खड़े रहने का होता है, उन्हें पाइल्स की समस्या हो सकती है।
- मोटापा इसकी एक और अहम वजह है।
- कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान भी पाइल्स की समस्या हो सकती है।
- नॉर्मल डिलिवरी के बाद भी पाइल्स की समस्या हो सकती है।
**अच्छी डाइट और घरेलु उपचारों से इसका इलाज हो सकता हैं परन्तु अधिक दिक्कत बढ़ने पर डॉक्टर को संपर्क ज़रूर से करें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।