बेल को हिन्दू धर्म में पूजा के लिए ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद माना गया है। कई लोगों को बेल के पत्ते से होने वाले फायदों के बारे में नहीं पता है। बेल के पत्ते शरीर में कफ, वात विकार, दस्त, बदहजमी, मूत्र रोग, डायबिटीज, पेचिश, ल्यूकोरिया के लिए भी कारगर औषधि है। इसके साथ ही यह कई प्रकार के रोगों की रोकथाम के लिए भी प्रयोग किया जाता है।
बेल का पत्ता खाने से फायदा (Benefits of eating bel leaves in hindi)
गर्भ निरोधक में कारगर - बेल के पत्ते से बना चूर्ण गर्भ निरोधक में काफी ज्यादा कारगर साबित हुआ है। पुरुष प्रति किलो अपने शरीर के वजन के हिसाब से 10 ग्राम बेल के पत्ते का चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।
डायबिटीज से राहत - आज के समय में डायबिटीज की बीमारी एक आम समस्या हो गई है। इस रोग में बेल का पत्ता बहुत लाभदायक माना गया है। आप घर पर बेल की पत्तियों को पीसकर उसके रस का रोजाना 2 बार सेवन कर सकते हैं। ऐसा करने से इस बीमारी में काफी हद तक राहत मिलती है।
कैंसर से बचाव - अगर किसी को पेट में सूजन, कैंसर जैसी को संभावना हो तो उसके लिए बेल के पत्ते का चूर्ण कैंसर होने की संभावना को काफी हद तक कम कर देता है। यह शरीर की किसी भी प्रकार के सूजन, पेट सम्बंधित समस्या में काफी लाभकारी है।
स्तन दूध उत्पादन बढ़ाए - अगर कोई महिला हाल ही में मां बनी हैं तो उसके लिए बेल बहुत लाभकारी है। ये स्वास्थ्य को बेहतर कर स्तन दूध उत्पादन को बढ़ाता है।
दस्त की समस्या से लाभ - अगर किसी को दस्त की समस्या हो रही है तो ऐसे में बेल के कच्चे फल को आग में अच्छे से सेंक लें। फिर इसके 10 से 20 ग्राम गूदे को चीनी के साथ रोजाना दिन में 3 से 4 बार सेवन करें। इससे दस्त की समस्या से जल्द लाभ मिलेगा।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।