आयुर्वेद में बीमारी का इलाज करने के लिए तरह-तरह के पेड़-पौधों का उपयोग किया जाता है। इन्हीं में से एक अशोक का पेड़ भी है। अशोक का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होता है। आयुर्वेद में अशोक के पेड़ की छाल, टहनियां, फूल और पत्तों का इस्तेमाल दवाइयां बनाने के लिए किया जाता है। जानते हैं अशोक के पेड़ की छाल के फायदों (Ashok ke Ped ki Chaal ke Fayde) के बारे में।
अशोक के पेड़ की छाल के फायदे: Ashok ke Ped ki Chaal ke Fayde: Ashok Tree Bark Benefits in Hindi
वाइट डिस्चार्ज में फायदेमंद - वाइट डिस्चार्ज यानी ल्यूकोरिया (White Discharge Meaning in Hindi) महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है। ल्यूकोरिया की समस्या से राहत पाने के लिए अशोक की छाल का उपयोग (Ashoka Tree Bark Uses) कर सकती हैं। इसके उपयोग के लिए अशोक की छाल को पानी में उबालकर पी लें।
बवासीर में कारगर - व्यक्ति अपने जीवन में कभी-न-कभी बवासीर की समस्या का सामना जरूर करता है। अशोक की पेड़ की छाल का इस्तेमाल बवासीर की समस्या (Piles Home Remedy in Hindi ) होने पर भी किया जा सकता है। इसके लिए आप एक चम्मच अशोक की छाल का पाउडर लें, इसमें शहद और पानी के साथ मिलाकर लें। इसके बाद इससे मल त्याग में आसानी होगी, बवासीर के दर्द (Piles Pain Killer) में भी आराम मिलेगा। अशोक के पेड़ की छाल बवासीर की समस्या से राहत दिलाती है।
त्वचा के लिए फायदेमंद (Ashok Bark Benefits for Skin) - अशोक के पेड़ की छाल सेहत के साथ ही त्वचा के लिए भी फायदेमंद होती है। खून साफ करने के लिए अशोक की छाल का पाउडर (Ashok ki Chhal ka Powder) लाभकारी होता है, इससे त्वचा पर निखार आता है। साथ ही शरीर में जमा टॉक्सिंस (How to Remove Toxins from Body) भी बाहर निकलते हैं, जिससे ऑयली, बेजान त्वचा से भी छुटकारा मिलता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।
