कई लोगों को ये समस्या होती है कि देर रात हो जाती है लेकिन नींद नहीं आती। इससे न सिर्फ दिनचर्या पर असर पड़ता है बल्कि सेहत (Health) पर भी बहुत ज्यादा असर पड़ने लगता है। रात में सही समय पर नींद का नहीं लगना मतलब सुबह लेट उठना। जिससे बहुत अलग अलग परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यही नहीं जिन लोगों को सुबह जल्दी ऑफिस जाना होता है उनके लिए ये बहुत ज्यादा परेशानी का कारण बन जाता है। देर रात जागने के कई कारण हो सकते हैं जिनके बारे में अक्सर हमें नहीं पता होता। तो आइए जानते हैं क्या वो कारण हैं कि देर रात होने पर भी नींद नहीं आ पाती है।
देर रात तक नहीं आती है नींद, हो सकते हैं ये कारण - Der Raat Tak Nahi Aati Nind, Ho Sakte Hain Ye Karan In Hindi
रात में देर से खाना - कई बार छोटे छोटे कारण किसी चीज की बड़ी वजह बन जाती है। जैसे कि रात में नींद न आने का कारण ये भी हो सकता है कि रात में देर से खाना खाने की आदत (Late eating habit) का होना । दरअसल अगर कोई व्यक्ति रात में देर से खाना खाता है, तो खाने के कारण पेट भारी होता है जिससे नींद नहीं आ पाती है। अगर आप जल्दी खाना खाएंगे, तो समय पर सो भी सकते हैं।
मोबाइल चलाना - देर रात तक नींद न आने का एक सबसे बड़ा कारण हो सकता है रात में मोबाइल को चलाना। जी हां, अगर कोई व्यक्ति रात में मोबाइल चलाने (Use of mobile) का आदि होता है, तो उसे रात में जल्दी सोने में बहुत तकलीफ होती है। इसके कारण उसे रात में जल्दी नींद नहीं आएगी जो सेहत पर बुरा असर डालती है।
स्ट्रेस - नींद न आने की आजकल के समय में सबसे बड़ी वजह जो होती है, वो है स्ट्रेस का होना। जब कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा स्ट्रेस (Stress) में होता है, तो उसे नींद आने में बहुत समस्या होती है। अगर आप जल्दी सोना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने दिमाग को शांत रखें और ज्यादा सोचे नहीं। यही नहीं अगर कोई स्ट्रेस से जूझ रहा है, तो अपने मन की बात किसी से साझा जरूर करें।
इनसोम्निया- इनसोम्निया (Insomnia) एक ऐसी बीमारी है जिसमें लोगों को रात में नींद नहीं आती है। इससे पीड़ित लोग सही तरीके से सोने में नाकाम रहते हैं। अगर आप एक अच्छी नींद लेना चाहते हैं, तो हेल्दी डाइट लें और इन विकारों से निपटने के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट की प्रैक्टिस करें। साथ ही डॉक्टर को भी इस समस्या के बारे में बताएं।
अगर आप भी देर रात तक जागते हैं, तो उसके लिए आप रोज सोने के पहले एक बार मेडिटेशन जरूर करें। उससे मन शांत होता है और अगर मन शांत रहेगा, तो नींद अच्छी तरह से आएगी।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।